डर के साए में Katra से दिल्ली निकले सैकड़ों यात्री, रेलवे ने शुरू की इमरजेंसी ट्रेन सेवा!

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नई दिल्ली, हाल ही में कश्मीर की खूबसूरत बैसरन घाटी, जो पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है, एक भयानक आतंकी हमले का गवाह बनी। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और कई घायल हुए। इस दुखद घटना ने न सिर्फ सुरक्षा पर सवाल खड़े किए, बल्कि कश्मीर घूमने आए सैकड़ों पर्यटकों के दिलों में डर बैठा दिया।

पर्यटकों की जल्दबाज़ी में वापसी

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कई पर्यटक जो छुट्टियां बिताने के लिए घाटी पहुंचे थे, उन्होंने अब अपनी यात्रा बीच में ही रोक दी है। लोग अपने गृहनगर लौटने की कोशिश में हैं, जिससे घाटी में सन्नाटा फैल गया है। लोगों की सुरक्षा और सुविधाओं को देखते हुए, रेलवे ने यात्रियों को बाहर निकालने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है।

रेलवे ने शुरू की विशेष ट्रेन सेवा

उत्तर रेलवे ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालने के लिए खास कदम उठाए हैं। गुरुवार को Katra से दोपहर 1:30 बजे एक अनारक्षित विशेष ट्रेन नई दिल्ली के लिए रवाना की गई। पहले इस ट्रेन का समय सुबह 10:50 तय किया गया था, लेकिन स्थानीय अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद इसमें बदलाव किया गया।

ट्रेन का रूट और स्टॉपेज

यह ट्रेन श्री माता वैष्णो देवी Katra से चलकर दिल्ली जाएगी और रास्ते में उधमपुर, जम्मू, पठानकोट, जालंधर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और पानीपत जैसे स्टेशनों पर रुकेगी। यह वही मार्ग है जिससे पर्यटक सुरक्षित रूप से अपने शहरों तक पहुँच सकें।

पहली ट्रेन पहले ही रवाना हो चुकी है

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इससे पहले बुधवार को एक अन्य विशेष ट्रेन पहले ही दिल्ली के लिए रवाना की जा चुकी थी। आतंकी हमले के बाद पर्यटकों ने खुद ही लौटने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे देखते हुए रेलवे ने तुरंत निर्णय लिया और व्यवस्था शुरू कर दी।

रेलवे ने बनाए हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन नंबर

रेलवे ने इस संकट की घड़ी में यात्रियों की मदद के लिए हेल्प डेस्क बनाए हैं। जम्मू तवी और Katra स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए डेस्क उपलब्ध हैं। यात्रियों को समय पर जानकारी और सहायता देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं:

  • जम्मू तवी: 0191-2470116
  • क्षेत्रीय हेल्पलाइन: 1072
  • कटरा: 01991-234876
  • उधमपुर: 7717306616

भीड़ प्रबंधन के लिए बनाए गए विशेष कक्ष

रेलवे ने जम्मू स्टेशन पर सीसीटीवी निगरानी के साथ भीड़ प्रबंधन कक्ष भी बनाया है, जिससे किसी भी असुविधा को तुरंत नियंत्रित किया जा सके। अब तक करीब 235 यात्रियों को विभिन्न ट्रेनों में सुरक्षित रूप से बैठाया गया है।

स्थानीय प्रशासन और रेलवे का तालमेल

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रेल मंत्रालय के अनुसार, हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और स्थानीय अधिकारियों के साथ तालमेल में यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है।

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