बुलावायो, जिम्बाब्वे। अमेरिका की क्रिकेट टीम T20 विश्वकप क्रिकेट के लिए क्वालीफाई करने से मात्र एक जीत दूर है। अमेरिकी क्रिकेट टीम को अपना अगला मैच शुक्रवार को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलना है। इससे पहले, जिम्बाब्वे में खेला जा रहा क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में, अमेरिकन टीम ने अपने 2 मैच टीम जर्सी और टीम सिंगापुर (USA vs Singapore T20) से आसानी से जीत लिये।
विजेता को T20 विश्व कप में जगह (USA vs Singapore T20)
इस टूर्नामेंट में जीतने वाली टीम को इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20 विश्व कप में खेलने का मौका दिया जाएगा। यदि अमेरिका इस T20 क्रिकेट टूर्नामेंट को अपने नाम करने में सफल रहता है तो ये अमेरिकन क्रिकेट टीम के लिए T20 विश्वकप में खेलने का पहला मौका होगा।
अमेरिकन टीम ने पिछले मैच में सिंगापुर (USA vs Singapore T20) को 132 रनों से हराया और इस मैच के हीरो रहे गेंदबाज़ सौरभ नेत्रवलकर जिन्होने 4 ओवर में 12 रन देकर 5 विकेट झटके। इस मैच में सिंगापुर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया जिसका फायदा अमेरिकन क्रिकेट ने बाखुबी उठाया।
अमेरिका ने दिया 201 रनों का लक्ष्य
अमेरिका ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 201 रन का शानदार स्कोर खड़ा किया और जवाब में सिंगापुर की पूरी टीम मात्र 15.2 ओवर में ही 69 रन बनाकर आउट (USA vs Singapore T20) हो गई। सिंगापुर की ओर से अनंथ कृष्ण ने ही सबसे अधिक 21 रन बनाए और अंत तक नाबाद रहे।
इससे पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अमेरिका की ओर से स्टीवन टेलर ने 58 और जसकरण मल्होत्रा ने भी 58 रनों का योगदान दिया। स्टीवन ने अपनी पारी में 7 चौके और 2 छक्के लगाए और जसकरण मल्होत्रा ने 2 चौके और 4 छक्के लगाये।
अमेरिकन्स को बेसबॉल में ज्याद रूचि
जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में क्रिकेट ज्यादा मशहूर खेल नहीं है वहां के लोगों को बेसबॉल में ज्यादा रूचि होती है लेकिन इसके बावजूद 2024 का T20 विश्व कप में अमेरिका और वेस्टइंडीज में संयुक्त रूप से खेला जाएगा जो अमेरिका में आयोजित होने वाला पहला बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट होगा।
अधिकतर खिलाड़ी विदेशी मूल के
अमेरिकन क्रिकेट टीम में अधिकतर खिलाड़ियों का संबध क्रिकेट प्रेमी देशों से है। कप्तान मोनांक पटेल भारत में ही जन्मे हैं, बल्लेबाज़ स्टीवन टेलर दक्षिण अफ्रीकी मूल के हैं और कई अन्य खिलाड़ी पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में पैदा हुए हैं या अन्य देशों के मूल निवासी रहे हैं।