भारतीय टेनिस के दिग्गज अख्तर अली का हाल ही में प्रोस्टेट कैंसर सहित कई स्वास्थ्य मुद्दों के कारण कोलकाता में निधन हो गया।
अख्तर अली डेविस कप के पूर्व कोच और भारतीय टेनिस जगत की एक महान हस्ती थे। रविवार 7 फरवरी को, प्रोस्टेट कैंसर सहित कई अन्य स्वास्थ्य मुद्दों के कारण निधन हो गया। भारत के वर्तमान डेविस कप कोच जीशान अली के पिता अख्तर अली 83 वर्ष के थे और उन्होंने कोलकाता में अंतिम सांस ली।
अख्तर अली लिएंडर पेस के भी कोच रहे
अख्तर अली, जिनकी कोचिंग ने आक्रामक और वॉली गेम खेलने पर जोर दिया। उन्होने कई उभरते टेनिस खिलाड़ियों को कोचिंग देकर उनका भविष्य बनाया जिसमें उनके अपने बेटे जीशान के अलावा दिग्गज लिएंडर पेस भी शामिल थे। उनकी कोचिंग ने विजय अमृतराज और रमेश कृष्णन को भी प्रभावित किया।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, उन्हें दो हफ्ते पहले शहर के एक अस्पताल में ले जाया गया था जहाँ डॉक्टरों ने उनके सीने में एक गांठ और प्रोस्टेट कैंसर भी देखा था। वह पहले से ही डिमेंशिया और पार्किंसंस रोग से पीड़ित थे।
उनके बेटे जीशान ने, DLTA में जूनियर राष्ट्रीय शिविर का आयोजन किया था। अपने पिता के साथ कुछ समय बिताने के बाद वे सोमवार को दिल्ली लौटे थे, लेकिन पिता के निधन की खबर सुनकर वापस कोलकाता चले गए।
ग्रेट टेनिस खिलाड़ी विजय अमृतराज ने एक ट्वीट करते हुए लिखा “अख्तर अली कोच के रूप में बहुत अच्छे थे। जब मैं जूनियर था और साथ ही भारतीय डेविस कप टीम का कोच भी था उन्होने कड़ी मेहनत के साथ टीम को तनावमुक्त रखा। उन्होने भारतीय टेनिस की अच्छी सेवा की। RIP प्रिय अख्तर। जीशान और उनके परिवार के प्रति सवेंदना।”
अख्तर ने 1958 और 1964 के बीच आठ डेविस कप मैच खेले और भारतीय टीम की कप्तानी भी की।
पूर्व डेविस खिलाड़ी सोमदेव देववर्मन ने उन्हें एक भावुक टास्कमास्टर के रूप में याद किया। उन्होने ट्वीट किया “मैंने पहली बार 1999 की गर्मियों में दक्षिण क्लब में अख्तर सर के साथ अभ्यास किया था। उन्होंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और हमें ऐसा करना सिखाया। भारतीय टेनिस के दिग्गज RIP अख्तर अली।”