Rohit Sharma Retirement: नई दिल्ली, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट में रोहित शर्मा के बाहर रहने के फैसले ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। उनके प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं का सिलसिला जारी है। पांच पारियों में केवल 31 रन और 6.20 की औसत ने प्रशंसकों को निराश किया है। इस प्रदर्शन के कारण सोशल मीडिया पर उनके संन्यास को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
फरहान अख्तर का समर्थन
हालांकि, अभिनेता और फिल्म निर्माता फरहान अख्तर ने रोहित शर्मा का समर्थन करते हुए उनकी निस्वार्थता की सराहना की। फरहान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रोहित ने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी योगदान दिया है और उनकी कप्तानी अद्भुत रही है। फरहान ने यह भी कहा कि हर खिलाड़ी को कभी न कभी खराब दौर से गुजरना पड़ता है।
कप्तानी में निस्वार्थता की मिसाल
फरहान ने रोहित के इस फैसले को टीम-प्रथम दृष्टिकोण का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि रोहित ने अपने प्रदर्शन को टीम की जीत से ऊपर नहीं रखा। “यह दिखाता है कि एक महान नेता क्या होता है,” फरहान ने लिखा।
रोहित शर्मा का बयान: “मैं कहीं नहीं जा रहा हूं”
रोहित शर्मा ने अपने खराब फॉर्म को स्वीकारते हुए स्पष्ट किया कि उनका टेस्ट टीम से बाहर होने का फैसला सिर्फ टीम के हित में था, न कि उनके संन्यास से जुड़ा। उन्होंने कहा, “मैं खेल से अलग नहीं हो रहा हूं।” सिडनी टेस्ट के लिए बाहर रहने के बावजूद उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही मैदान पर लौटेंगे।
खराब फॉर्म के कारण खुद को बाहर किया
पहले टेस्ट से अनुपस्थित रहने के बाद, रोहित अपनी लय हासिल करने में असफल रहे। उन्होंने कोच और चयनकर्ताओं से साफ-साफ कह दिया कि उनकी मौजूदा फॉर्म टीम के लिए फायदेमंद नहीं है। उनका मानना था कि टीम को उनकी जगह किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है जो तुरंत प्रभावशाली प्रदर्शन कर सके।
भविष्य पर नजर
हालांकि रोहित शर्मा इस समय कठिन दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन उनके बयान और फरहान अख्तर जैसे समर्थकों के संदेश बताते हैं कि वह वापसी के लिए दृढ़ हैं। उनकी फॉर्म और नेतृत्व क्षमता पर भले ही सवाल उठाए जा रहे हों, लेकिन रोहित का इतिहास और योगदान उनके पक्ष में है।