हुबली (कर्नाटक), 17 अप्रैल। कर्नाटक राज्य के पुराने हुबली शहर में एक व्यक्ति को सोशल मिडिया पर पोस्ट करना भारी पड़ गया। इस सोशल मीडिया पोस्ट के कारण आज रविवार की सुबह काफी संख्या में लोगों ने कथित रूप से शहर में हंगामा (Violence Due to Social Media Post) किया। गुस्साऐ लोगों ने पुलिस की गाड़ियों, अस्पताल और एक मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान कुछ पुलिस अधिकारियों के घायल होने की खबर है।
CRPC की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू
Sponsored Ad
मामले को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हुबली शहर में CRPC की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लभू राम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, “लगभग 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। ड्यूटी पर तैनात हमारे 12 अधिकारी घायल हो गए और कुछ पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त किए गए हैं।’’
पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया है, उन्हें हम नहीं बख्शेंगे।”
सोशल मीडिया पोस्ट बनी वजह
पुलिस आयुक्त ने बताया कि किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की (Violence Due to Social Media Post) थी, जिस पर अन्य लोगों ने काफी आपत्ति जताई थी और इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद एक मामला दर्ज करते हुए उस व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया गया था।
उन्होंने बताया कि कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर कुछ लोग थाने के इर्द गिर्द जमा होने लगे। उन्हें काफी समझाने के बाद वहां से हटा दिया गया।
लोगों द्वारा थाने का घेराव
अधिकारी ने बताया कि पिछली रात बड़ी संख्या में कुछ लोग थाने के इर्द गिर्द जमा होने लगे। ऐसा होने पर, उन लोगों के नेताओं को थाने में बुलाया गया और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से अवगत कराया गया।
पुलिस आयुक्त के अनुसार, भीड़, पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं थी और देखते ही देखते वो उग्र हो गई। उन्होंने बताया कि भीड़ ने पुलिस की कुछ गाड़ियों पर पथराव करके (Violence Due to Social Media Post) उन्हे क्षतिग्रस्त कर दिया।

जिला मुख्यालय शहर होसपेट में पत्रकारों से बात के दौरान, राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बताया कि पुराना शहर थाने के निरीक्षक समेत कुछ पुलिस अधिकारी इस घटना में घायल हुए हैं।
एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर
ज्ञानेंद्र ने कहा, “एक पुलिस अधिकारी की हालत गंभीर है। हमले में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह पूर्व नियोजित हमला था। हुबली में उपद्रवी देवरा जीवनहल्ली और कडुगोंडाहल्ली जैसी घटना को अंजाम देना चाहते थे।”
बेंगलुरु में 2020 में हुए दंगे का गृह मंत्री जिक्र कर रहे थे, जिसमें सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर करीब 4000 मुस्लिम लोगों ने बेंगलुरु के पुलकेशी नगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक आर. अखंड श्रीनिवास मूर्ति और उनकी बहन के घर को आग के हवाले कर दिया था।
Sponsored Ad
भाजपा के वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने हुबली की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि सरकार को उपद्रवियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।