Viduthalai Part 2 Movie Review: तमिल सिनेमा में धमाल, वेत्री मारन की नई क्राइम थ्रिलर!
नई दिल्ली, Viduthalai Part 2 Movie Review: तमिल सिनेमा की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘विदुथलाई पार्ट 2’ 20 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। यह वेत्री मारन द्वारा निर्देशित और 2023 में रिलीज़ हुई ‘विदुथलाई पार्ट 1’ का सीक्वल है। पीरियड क्राइम थ्रिलर शैली की इस फिल्म को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। जहां कुछ दर्शकों ने इसे वेत्री मारन की ‘कल्ट क्लासिक’ करार दिया है, वहीं कुछ ने इसकी पटकथा और निर्देशन में कमजोरियों की ओर भी इशारा किया है।
कहानी की बुनावट: संघर्ष और राजनीति
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‘विदुथलाई पार्ट 2’ जयमोहन की लघु कहानी ‘थुनैवन’ पर आधारित है। यह फिल्म एक पुलिस कांस्टेबल और एक अलगाववादी नेता के बीच चल रहे संघर्ष को गहराई से दिखाती है। फिल्म में राजनीतिक व्यंग्य और सामाजिक मुद्दों को सटीक तरीके से उजागर किया गया है। कहानी के केंद्र में 1987 का समय है, जो एक दुखद ट्रेन दुर्घटना और उससे जुड़े चरमपंथी राजनीतिक नेता के इर्द-गिर्द घूमती है।
स्टार कास्ट और दमदार प्रदर्शन
फिल्म की स्टार कास्ट बेहद प्रभावशाली है। सूरी, विजय सेतुपति, गौतम वासुदेव मेनन, भवानी सेरे, और राजीव मेनन ने अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया है। इसके साथ ही सीक्वल में मंजू वारियर, किशोर, और अनुराग कश्यप जैसे कलाकार भी जुड़ गए हैं। खासतौर पर विजय सेतुपति के प्रदर्शन को काफी सराहा जा रहा है। उनके दमदार एक्शन दृश्यों ने प्रशंसकों का दिल जीत लिया है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
फिल्म को सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा मिल रही है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “बैंगर पटकथा के साथ शानदार फिल्म। विजय सेतुपति और वेत्री मारन की जोड़ी कमाल की है।” वहीं, एक अन्य उपयोगकर्ता ने लिखा, “यह फिल्म निश्चित रूप से राष्ट्रीय पुरस्कार की दावेदार है। वेत्री मारन का निर्देशन और सेतुपति का अभिनय उत्कृष्ट है।”
हालांकि, कुछ दर्शकों को फिल्म की लंबाई और कथानक में गहराई की कमी ने निराश किया। एक दर्शक ने लिखा, “फिल्म राजनीति की क्लास ज्यादा और कहानी कम लगती है। यह साल की सबसे नीरस फिल्मों में से एक है।”
विदुथलाई पार्ट 2: पहली फिल्म का विस्तार
‘विदुथलाई पार्ट 2’ अपनी पहली फिल्म की कहानी को विस्तार देती है। जहां पहला भाग पुलिस और राजनीतिक भ्रष्टाचार के बीच टकराव को दिखाता है, वहीं सीक्वल इस संघर्ष को और भी गहराई से पेश करता है। फिल्म दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे राजनीति और सत्ता संघर्ष आम आदमी की जिंदगी को प्रभावित करती है।
क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरी?
फिल्म को लेकर प्रशंसकों की राय बंटी हुई है। जहां विजय सेतुपति के प्रशंसक उन्हें बड़े पर्दे पर देखने के लिए उत्साहित हैं, वहीं कुछ दर्शकों को निर्देशन और पटकथा में और सुधार की उम्मीद थी। हालांकि, यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘विदुथलाई पार्ट 2’ तमिल सिनेमा में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को नई ऊंचाई तक ले जाने की कोशिश करती है।