Tibet Earthquake 2025: माउंट एवरेस्ट के पास आए भूकंप ने मचाई तबाही, जानिए हर अपडेट!
Tibet Earthquake 2025: नई दिल्ली, तिब्बत के पहाड़ी क्षेत्र में मंगलवार की सुबह एक भयंकर भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.1 थी। भूकंप का केंद्र शिगात्से शहर के पास था, जिसे तिब्बत का पवित्र स्थल माना जाता है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 9:00 बजे (01:00 GMT) पर आया और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। इस भूकंप में अब तक 95 लोगों की मौत और 130 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है।
पड़ोसी देशों में भी महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके भारत और नेपाल के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। हालांकि नेपाल में कोई बड़ी क्षति नहीं हुई, लेकिन मामूली नुकसान और कुछ घरों में दरारें आने की सूचना है। नेपाल के आपातकालीन संचालन केंद्र के अधिकारियों ने बताया कि झटके ने 2015 के भूकंप की यादें ताजा कर दीं, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे।
शिगात्से: भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र
शिगात्से तिब्बती बौद्ध धर्म के लिए एक प्रमुख स्थल है। पंचेन लामा की पारंपरिक सीट यही है, जो दलाई लामा के बाद सबसे अधिक सम्मानित माने जाते हैं। भूकंप ने इस ऐतिहासिक शहर में व्यापक तबाही मचाई, जहां हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है।
बचाव कार्य और मौसम की चुनौती
भूकंप के बाद चीनी वायुसेना ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में बचावकर्मियों और ड्रोन की तैनाती की गई है। लेकिन मौसम की स्थिति ने बचाव कार्यों को और मुश्किल बना दिया है। टिंगरी काउंटी में तापमान -8°C है और यह गिरकर -18°C तक जा सकता है। बिजली और पानी की सेवाएं भी बाधित हैं।
माउंट एवरेस्ट का क्षेत्र भी प्रभावित
माउंट एवरेस्ट की तलहटी में स्थित टिंगरी काउंटी में पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। क्षेत्र में निर्धारित सभी पर्यटन गतिविधियों को रद्द कर दिया गया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर के अनुसार, भूकंप के बाद 5 तीव्रता के और झटके आ सकते हैं। हालांकि, इससे अधिक बड़े भूकंप की संभावना कम है।
शी जिनपिंग का निर्देश
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे राहत और पुनर्वास कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने हताहतों की संख्या कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने पर जोर दिया है।