नई दिल्ली, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तीन प्रमुख खिलाड़ियों शाहीन शाह अफरीदी, Saud Shakeel और कामरान गुलाम को आईसीसी द्वारा जुर्माना लगाया गया है। ये जुर्माना कराची में खेले गए त्रिकोणीय राष्ट्र श्रृंखला के मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन पर लगाया गया। आइए जानते हैं कि यह घटनाएं किस प्रकार घटीं और खिलाड़ियों को कौन से दंड दिए गए।
शाहीन शाह अफरीदी पर 25 प्रतिशत जुर्माना
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दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस त्रिकोणीय श्रृंखला के मैच में शाहीन शाह अफरीदी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया। यह घटना दक्षिण अफ्रीका की पारी के 28वें ओवर के दौरान घटी, जब शाहीन ने जानबूझकर बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीट्ज़के के रास्ते में आकर उन्हें बाधित किया। इससे शारीरिक संपर्क हुआ, और परिणामस्वरूप बहस भी छिड़ी। आईसीसी ने इसे अनुचित शारीरिक संपर्क माना और शाहीन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया। इसके साथ ही उन्हें एक डिमेरिट अंक भी दिया गया।
Saud Shakeel और कामरान गुलाम को भी जुर्माना
इस मैच में Saud Shakeel और कामरान गुलाम भी विवादों का हिस्सा बने। दोनों खिलाड़ियों ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज टेम्बा बावुमा के रन आउट होने के बाद जश्न मनाते समय बहुत करीब जाकर उन्हें परेशान किया। इस प्रकार की हरकत से मैच में तनाव बढ़ा और आईसीसी ने Saud Shakeel और कामरान गुलाम पर उनकी मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया। इन दोनों को भी एक डिमेरिट अंक मिला।
डिमेरिट अंक और जुर्माना: क्या इसका असर होगा?
आईसीसी की आचार संहिता के अनुसार, लेवल 1 उल्लंघनों के तहत खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम जुर्माना 50 प्रतिशत तक हो सकता है और एक या दो डिमेरिट अंक भी मिल सकते हैं। यह उल्लंघन खिलाड़ियों के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड पर असर डालते हैं और भविष्य में गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ सकता है।
खिलाड़ियों ने स्वीकार किया दंड
तीनों खिलाड़ियों ने आरोपों को स्वीकार किया और डेविड बून, जो कि आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के सदस्य हैं, द्वारा प्रस्तावित दंड को मंजूरी दे दी। इसके बाद, औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। इस तरह की घटनाओं से खिलाड़ियों को यह संदेश मिलता है कि खेल भावना बनाए रखना कितना जरूरी है।
भविष्य में ध्यान रखने की आवश्यकता
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के इन खिलाड़ियों को यह दंड इस बात का सबक भी है कि क्रिकेट के मैदान पर अनुशासन और खेल भावना को प्राथमिकता देना चाहिए। हालांकि, इन घटनाओं के बावजूद पाकिस्तान की टीम अपने मैचों में प्रतिस्पर्धी बनी हुई है, लेकिन ऐसे विवादों से बचने के लिए खिलाड़ियों को सतर्क रहना होगा।