Premanand Ji Maharaj: नई दिल्ली, हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 खेलकर स्वदेश लौटे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा और उनका बेटा अकाय व बेटी वामिका वृंदावन पहुंचे। यहां, उन्होंने श्री प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज से आशीर्वाद लिया। यह दौरा उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ, जहां उन्होंने जीवन के गहरे सवालों और क्रिकेट के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त किया।
वृंदावन में आशीर्वाद और सवालों के जवाब
वृंदावन पहुंचने के बाद विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने श्री Premanand Ji Maharaj के चरणों में शाष्टांग प्रणाम किया। इस दौरान अनुष्का शर्मा ने कहा कि उनके मन में क्रिकेट से जुड़ी कई सवाल होते थे, जिन्हें वह कई बार खुद से पूछती थीं, और महाराज जी के वीडियो के माध्यम से उन्हीं सवालों के जवाब मिलते थे। अनुष्का का कहना था कि श्री महाराज जी के उपदेश उन्हें हमेशा सही दिशा दिखाते थे।
क्रिकेट में सफलता और असफलता के रहस्य पर प्रकाश
जब विराट कोहली की असफलता और रिटायरमेंट की चर्चाओं का विषय आया, तो श्री Premanand Ji Maharaj ने विराट के खेल के बारे में गहरी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विराट कोहली की सफलता केवल उनके व्यक्तिगत अभ्यास का परिणाम नहीं है, बल्कि यह उनके पूरे देश की साधना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यदि विराट विजय प्राप्त करते हैं तो पूरे भारत में आनंद का वातावरण होता है। यह उनकी साधना और उनके पूरे देश के प्रयास का परिणाम है।
महाराज जी ने विराट कोहली से कहा कि अगर सफलता मिलती है तो हमें अपने अभ्यास में निरंतरता बनाए रखनी चाहिए और अगर असफलता मिलती है तो हमें भगवान का स्मरण करते हुए धैर्य से काम लेना चाहिए। उन्होंने विराट को यह भी समझाया कि असफलता में भी सीख होती है, और हमें उसे स्वीकार करना चाहिए।
अभ्यास और प्रारब्ध का महत्व
Premanand Ji Maharaj ने क्रिकेट और जीवन के बीच एक गहरा संबंध स्थापित किया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में सफलता और असफलता का कारण केवल अभ्यास नहीं होता, बल्कि प्रारब्ध भी काम करता है। उन्होंने बताया कि कभी-कभी हमारे बेहतर अभ्यास के बावजूद प्रारब्ध हमें असफलता की ओर ले जाता है, लेकिन हमें इसको धैर्य और संयम से सहन करना चाहिए। महाराज जी के अनुसार, असफलता से भी हमें सीखने का अवसर मिलता है और हम अगले प्रयास में और बेहतर कर सकते हैं।
विराट और अनुष्का की भक्ति की ओर प्रेरणा
श्री Premanand Ji Maharaj ने विराट और अनुष्का की भक्ति की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि जीवन के इस मुकाम पर, जहां विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे लोग प्रसिद्धि और यश की ऊंचाइयों पर हैं, वे भगवान की भक्ति की ओर रुख कर रहे हैं। यह उनके जीवन का एक उच्चतम रूप है। अनुष्का ने महाराज जी से बस एक बात मांगी, “मुझे बस आपसे प्रेम और भक्ति चाहिए,” इस पर महाराज जी ने कहा कि यह एक उच्चतम इच्छा है और इसे प्राप्त करना आसान नहीं होता।
नम्रता और ध्यान के साथ जीवन जीने की सलाह
Premanand Ji Maharaj ने विराट और अनुष्का को जीवन में नम्रता और भक्ति के साथ जीने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भगवान का नाम लेना और उसे अपने जीवन में लागू करना सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंने कहा, “कलयुग में केवल नाम का ध्यान ही सबसे महत्वपूर्ण है, अगर हम भगवान के नाम का जाप करते हैं तो हमारी सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है।” विराट और अनुष्का दोनों ने इस उपदेश को ध्यान से सुना और उनके चेहरे पर शांति और संतुष्टि दिखाई दी।