नई दिल्ली, 24 वर्षीय युवा क्रिकेटर Pratika Rawal ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया। पहले मैच में उन्होंने 40 (69) रन की पारी खेली, वहीं दूसरे वनडे में उन्होंने न सिर्फ 76 (86) रन बनाए बल्कि पांच ओवरों में 2/37 के आंकड़े भी दर्ज किए। उनकी हरफनमौला क्षमताओं ने टीम इंडिया में उनकी जगह मजबूत कर दी है।
मनोविज्ञान की पढ़ाई से क्रिकेट में मदद
Pratika Rawal ने बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में खुलासा किया कि कैसे मनोविज्ञान की छात्रा होने ने उनके क्रिकेट करियर को आकार देने में मदद की। उन्होंने बताया कि मानव मस्तिष्क के बारे में अध्ययन करना हमेशा से उनकी रुचि का विषय रहा है। Pratika Rawal ने कहा, “मुझे यह समझने में मदद मिली कि हम मैदान पर और मैदान के बाहर मानसिक रूप से कैसे प्रक्रिया करते हैं। इससे मुझे क्रिकेट में काफी फायदा हुआ।”
सकारात्मक सोच का महत्व
Pratika Rawal ने बताया कि मैच से पहले सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास बढ़ाने वाली बातें करना उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाता है। उन्होंने कहा, “जब मैं बल्लेबाजी के लिए मैदान पर होती हूं, तो खुद से कहती हूं कि ‘तुम सबसे बेहतर हो, तुम यह कर सकती हो।'” रावल की यह सकारात्मक सोच और मानसिक तैयारी उनके खेल में साफ झलकती है।
पहली सीरीज़ में मजबूत प्रदर्शन
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज़ में Pratika Rawal ने तीन पारियों में 44.66 की औसत से 134 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है। उनकी यह परफॉर्मेंस दर्शाती है कि वह न सिर्फ तकनीकी रूप से सक्षम हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत हैं।
अगली चुनौती: आयरलैंड सीरीज़
Pratika Rawal अब 10 जनवरी से शुरू होने वाली आयरलैंड के खिलाफ़ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में अपनी फॉर्म को जारी रखने के लिए तैयार हैं। यह सीरीज़ उनके लिए एक बड़ा मौका है ताकि वह इस साल के अंत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप 2025 के लिए टीम में अपनी जगह पक्की कर सकें।