चंद्रशेखर आजाद को याद कर भावुक हुए लोग, गूंजे देशभक्ति के नारे!
नई दिल्ली, क्रांतिकारी स्मारक समिति ने चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर रसड़ा स्थित चंद्रशेखर आजाद चौराहे पर विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान समिति के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और माल्यार्पण किया। इस अवसर पर देशभक्ति और बलिदान की भावना से भरे नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
चंद्रशेखर आजाद: निडरता और बलिदान की मिसाल
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कार्यक्रम के दौरान क्रांतिकारी स्मारक समिति के प्रवक्ता कृष्णानंद पांडेय ने चंद्रशेखर आजाद के साहस, वीरता और बलिदान को याद किया। उन्होंने बताया कि आजाद ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ निडर होकर संघर्ष किया और जीवनभर अंग्रेजों की गुलामी को स्वीकार नहीं किया। जब उन्हें घेरा गया, तो उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को गोली मारकर अपने नाम को सार्थक कर दिया।
आजाद की कुर्बानी से मिली आजादी
श्री पांडेय ने कहा कि आज हम सभी स्वतंत्र भारत के नागरिक हैं, यह बलिदान चंद्रशेखर आजाद और उनके जैसे वीर क्रांतिकारियों की देन है। उनके त्याग, संघर्ष और देशभक्ति से आज की युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।
समारोह में शामिल हुए गणमान्य लोग
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों और युवाओं ने हिस्सा लिया। प्रमुख रूप से दुर्गेश त्रिपाठी, राजेश गिरी, उत्तम गुप्ता, श्री प्रकाश गुप्ता, गगनदीप सिंह, आशु, रवि सिंह, चंदन गुप्ता और अमित राय उपस्थित रहे। सभी ने चंद्रशेखर आजाद के योगदान पर अपने विचार व्यक्त किए और उन्हें याद किया।
आजाद का आदर्श: नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि चंद्रशेखर आजाद के विचारों को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएंगे। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिए और अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सजग रहना चाहिए।