Mauni Amavasya 2025 Date And Time: जानें क्यों यह दिन है आपके जीवन का सबसे शुभ दिन!
Mauni Amavasya 2025 Date And Time: नई दिल्ली, हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, खासकर जब यह माघ मास में आती है। इस दिन को “माघी अमावस्या” या “मौनी अमावस्या” कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से पवित्र नदी में स्नान करने और उपवास रखने के लिए शुभ माना जाता है। हिन्दू धर्म में मौनी अमावस्या का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इस दिन को मौन व्रत रखने का अवसर मिलता है, जिससे मन और आत्मा को शांति मिलती है। इसे विशेष रूप से आत्मसाक्षात्कार और आंतरिक शांति प्राप्त करने का दिन माना जाता है।
मौनी अमावस्या की तिथि 2025
2025 में मौनी अमावस्या का पर्व 29 जनवरी, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान और पूजा करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह प्रयागराज के संगम में स्नान करने का सर्वश्रेष्ठ अवसर होता है। माघी अमावस्या का दिन स्नान, दान और पुण्य कमाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
मौनी अमावस्या का शुभ समय
मौनी अमावस्या के दिन गंगा नदी में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है। विशेष रूप से, 29 जनवरी 2025 को, मौनी अमावस्या का स्नान शुभ और फलदायी होगा। इस दिन स्नान करने का सबसे शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त में होता है, जो कि सुबह 5:25 बजे से लेकर 6:18 बजे तक होता है। इस समय के दौरान स्नान करने से मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है, और पुण्य की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि
मौनी अमावस्या के दिन पूजा विधि का पालन करना अत्यंत लाभकारी होता है। यदि आप गंगा नदी में स्नान करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्नान के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें और उनका पूजन करें। इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ तुलसी माता की पूजा भी करना लाभकारी होता है। इसके बाद, पीपल के पेड़ की पूजा करें और अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ध्यान करें। साथ ही, इस दिन दान पुण्य करने से विशेष रूप से पुण्य लाभ मिलता है।
मौनी अमावस्या पर विशेष ध्यान देने योग्य बातें
- मौनी अमावस्या के दिन सूर्योदय से पहले स्नान और पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- इस दिन का महत्व सिर्फ स्नान और पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिन मौन व्रत रखने के लिए भी है।
- मौन व्रत से मन और आत्मा को शांति मिलती है, जिससे व्यक्ति अपने जीवन की दिशा को सही मार्ग पर ले जा सकता है।
- इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, और पितरों को आशीर्वाद मिलता है।