नई दिल्ली, Aditya Sarwate, जिन्होंने अक्टूबर 2015 में अपनी प्रथम श्रेणी पदार्पण किया, आज एक प्रमुख बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज और दाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं। सरवटे ने विदर्भ के लिए रणजी ट्रॉफी में अपनी शानदार गेंदबाजी से महत्वपूर्ण योगदान दिया था, खासकर 2017-18 और 2018-19 में, जब उन्होंने विदर्भ की रणजी ट्रॉफी जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
हालांकि, इस बार Aditya Sarwate एक नए टीम में हैं और 2025 के रणजी ट्रॉफी फाइनल में विदर्भ के खिलाफ केरल का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह उनके करियर का चौथा रणजी ट्रॉफी फाइनल है, और वह अपनी टीम के लिए यह मौका बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं।
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रणजी ट्रॉफी फाइनल में मिश्रित भावनाएँ
Aditya Sarwate का कहना है कि विदर्भ के खिलाफ फाइनल खेलना उनके लिए एक अलग अनुभव होगा क्योंकि वह कई सालों तक इस टीम का हिस्सा रहे हैं। सरवटे ने कहा कि यह उनके लिए थोड़ी अजीब बात है, क्योंकि विदर्भ उनका पुराना घरेलू मैदान रहा है। फिर भी, वह इस मौके को लेकर उत्साहित हैं और फाइनल में अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
केरल के लिए पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल
केरल की टीम ने पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में प्रवेश किया है, और यह उनके लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। Aditya Sarwate ने टीम के इस सफर के बारे में कहा कि यह एक तरह की परी कथा जैसा है। ग्रुप स्टेज से लेकर फाइनल तक का सफर बहुत चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि केरल को बड़े नामों वाली टीमों के खिलाफ खेलना पड़ा। सरवटे ने कहा कि टीम का युवा जोश और संघर्ष ने इस यात्रा को संभव बनाया।
जलज सक्सेना के साथ गेंदबाजी का अनुभव
Aditya Sarwate के लिए जलज सक्सेना जैसे अनुभवी गेंदबाज के साथ खेलना एक विशेष अनुभव रहा। जलज सक्सेना ने घरेलू क्रिकेट में अपनी कड़ी मेहनत और शानदार रिकॉर्ड के साथ खुद को एक किंवदंती बना लिया है। आदित्य ने कहा कि जलज से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है, खासकर मैच की स्थिति और पिच की स्थिति को समझने में। यह अनुभव उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है और वह इसे अपनी टीम के लिए फायदेमंद मानते हैं।
मुख्य कोच अमय खुरासिया का प्रभाव
केरल की टीम के मुख्य कोच अमय खुरासिया का आदित्य सरवटे पर बहुत प्रभाव पड़ा है। अमय ने केरल के खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है। आदित्य ने कहा कि कोच अमय खुरासिया का अनुभव और मेहनत ने केरल को रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
Aditya Sarwate का व्यक्तिगत अनुभव और प्रेरणा
Aditya Sarwate ने अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए कहा कि इस सीजन में उनका प्रदर्शन उतना शानदार नहीं रहा, जितना उन्होंने उम्मीद की थी। हालांकि, उन्होंने टीम के सामूहिक प्रयासों को सराहा और कहा कि अब उनका लक्ष्य फाइनल में अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन करना है। उनकी प्रेरणा क्रिकेट का जुनून और प्रतिस्पर्धा है, जो उन्हें हर दिन मैदान पर उतरने के लिए प्रेरित करता है।
केरल के लिए रणजी ट्रॉफी जीत का महत्व
यदि Aditya Sarwate और उनकी टीम रणजी ट्रॉफी जीतने में सफल होते हैं, तो यह केरल क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। रणजी ट्रॉफी जीतने से न केवल केरल की टीम को पहचान मिलेगी, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर चुनने का भी मौका प्रदान करेगा। आदित्य ने कहा कि अगर केरल ट्रॉफी जीतता है, तो यह राज्य क्रिकेट के लिए एक बड़ा कदम होगा और युवा क्रिकेटरों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।