नई दिल्ली, बॉलीवुड अभिनेत्री Kubbra Sait ने हाल ही में अपने जीवन के सबसे कठिन और दर्दनाक दौर को साझा किया है, जब उन्हें गर्भपात का सामना करना पड़ा। यह अनुभव उनके लिए बेहद कठिन था, और उन्होंने इसे खुद अकेले सहा। अब, कुब्रा ने अपने इस संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है और अपने दिल की बात को दुनिया के सामने रखा है।
गर्भपात से जुड़ी कुब्रा की भावनाएँ
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Kubbra Sait ने बॉलीवुड बबल से बातचीत में बताया कि जब वह गर्भपात से गुजर रही थीं, तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत कमजोर महसूस कर रही थीं। उन्हें ऐसा लग रहा था कि वह खुद को किसी के सामने व्यक्त करने की ताकत नहीं पा रही थीं। वह खुद को इस दर्दनाक स्थिति में पूरी तरह अकेला महसूस करती थीं और उनके मन में कई सवाल उठ रहे थे।
Kubbra Sait ने कहा, “मुझे लगता है कि जब मैं गर्भपात से गुजरी, तो मुझे बिल्कुल भी मजबूत नहीं महसूस हुआ। मैं इसे आगे बढ़ाने के लिए बहुत कमजोर थी। मेरे पास यह कहने की हिम्मत नहीं थी कि अगर हम ये नहीं करेंगे, तो हम इसके साथ रहेंगे। उस समय मुझे खोखलापन महसूस हुआ और मैं खुद को इसके लायक नहीं समझ रही थी।”
यह एक गहरी भावनात्मक स्थिति थी, जिसमें कुब्रा खुद को पूरी तरह अकेला और असहाय महसूस कर रही थीं। इस समय उन्होंने किसी से भी अपनी बात साझा नहीं की थी।
अकेलेपन का सामना और फैसले की ताकत
Kubbra Sait ने यह भी साझा किया कि वह गर्भपात के बाद कई सालों तक अपने इस फैसले को लेकर खुद को स्वीकार नहीं कर पाई थीं। उन्हें यह मानने में बहुत वक्त लगा कि यह एक मजबूत और सही निर्णय था। यह मानसिक संघर्ष उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि वह खुद को अंदर से बहुत कमजोर और टूट चुकी महसूस कर रही थीं।
उन्होंने यह भी बताया कि जब यह घटना हो रही थी, तो उनके पास इसे अपने दोस्तों या सहकर्मियों के साथ साझा करने की ताकत नहीं थी। वह उस समय एक यात्रा शो होस्ट कर रही थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस दुखद अनुभव को किसी से नहीं साझा किया। कुब्रा ने कहा, “कोई भी इस बारे में नहीं जानता था। मैं अकेले ही गर्भपात के लिए गई और इसे किया।”
गर्भपात के बाद के साल: शारीरिक और मानसिक दर्द
Kubbra Sait ने यह भी साझा किया कि गर्भपात के पांच से छह साल बाद, वह लगातार चिड़चिड़ी और परेशान रहती थीं, और उन्हें शारीरिक समस्याएं भी हो रही थीं, जैसे कि भारी रक्तस्राव। लेकिन, इसके बावजूद उन्होंने इस विषय को किसी से नहीं बताया। वह इस दर्द को अंदर ही अंदर महसूस करती रहीं।
खुलकर साझा करने का फैसला
Kubbra Sait ने अंततः अपनी पुस्तक “ओपन बुक: नॉट क्वाइट ए मेमॉयर” (2022) में इस कठिन अनुभव को साझा करने का निर्णय लिया। यह वह समय था जब उन्होंने अपने फैसले को सार्वजनिक किया और अपने अनुभवों को दुनिया के सामने रखा। इस कदम से वह न केवल अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकीं, बल्कि उन्होंने अपने संघर्ष और निर्णयों की जिम्मेदारी भी ली।
Kubbra Sait का वर्तमान
Kubbra Sait ने अपने इस कठिन अनुभव के बावजूद अपने करियर को आगे बढ़ाया है। उन्होंने शाहिद कपूर और पूजा हेगड़े के साथ फिल्म “देवा” में काम किया, जो उनके काम के मोर्चे पर एक महत्वपूर्ण कदम था। उनकी कहानी से यह संदेश मिलता है कि कठिनाइयाँ जीवन का हिस्सा होती हैं, लेकिन उन्हें झेलने और उन्हें पार करने की ताकत इंसान में होती है।