Jalaj Saxena: केरल का ये स्टार क्रिकेटर भारतीय टीम में क्यों नहीं चुना गया? आंकड़े आपको हैरान कर देंगे!

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नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट में जब भी बड़े नामों की बात होती है, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों का जिक्र सबसे पहले आता है। लेकिन कुछ ऐसे भी क्रिकेटर होते हैं, जिन्होंने भले ही भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट न खेला हो, लेकिन घरेलू क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई है। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं Jalaj Saxena, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से भारतीय घरेलू क्रिकेट में अमिट छाप छोड़ी है।

Jalaj Saxena का जन्म 15 दिसंबर 1986 को इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ। उनके पिता भिलाई स्टील प्लांट में तैराकी (स्विमिंग) के कोच थे, जिससे जलज का भी खेलों की ओर झुकाव हुआ। हालांकि, एलर्जी के कारण उन्हें तैराकी छोड़नी पड़ी। लेकिन खेलों के प्रति जुनून ने उन्हें क्रिकेट की ओर मोड़ दिया। बड़े भाई जतिन सक्सेना पहले से ही घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे, जिससे जलज को भी इस खेल में करियर बनाने की प्रेरणा मिली।

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घरेलू क्रिकेट में चमकता सितारा

Jalaj Saxena ने 17 दिसंबर 2005 को रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए अपना प्रथम श्रेणी (First-Class) डेब्यू किया। शुरुआती दिनों में वह एक तेज़ गेंदबाज ऑलराउंडर थे, लेकिन बाद में उन्होंने ऑफ स्पिन को अपनी प्रमुख गेंदबाजी शैली बना लिया।

2016 में, वह केरल क्रिकेट टीम से जुड़ गए, और यहां उनका करियर नई ऊंचाइयों पर पहुंचा। उनके प्रदर्शन ने केरल को घरेलू क्रिकेट में मजबूत टीमों में शामिल कर दिया।

आंकड़ों में Jalaj Saxena की उपलब्धियां

अगर Jalaj Saxena के घरेलू क्रिकेट रिकॉर्ड को देखा जाए, तो यह किसी भी दिग्गज खिलाड़ी से कम नहीं है।

  • 7,000+ प्रथम श्रेणी रन
  • 33.80 की औसत से बल्लेबाजी
  • 14 शतक और 34 अर्धशतक
  • 194 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर
  • 350+ विकेट, 27.82 की गेंदबाजी औसत के साथ
  • 19 बार 5 विकेट हॉल और 5 बार मैच में 10 विकेट
  • सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े: 9/68
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सम्मान और पुरस्कार

भले ही Jalaj Saxena को भारतीय टीम में खेलने का मौका न मिला हो, लेकिन उनके प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 2015 में, उन्हें बीसीसीआई द्वारा ‘लाला अमरनाथ अवार्ड’ से सम्मानित किया गया, जो रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर को दिया जाता है।

आईपीएल में सफर

घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के चलते Jalaj Saxena को मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स जैसी आईपीएल टीमों ने अपने साथ जोड़ा। 2021 में उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए आईपीएल डेब्यू किया। हालांकि, उन्हें ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन यह अनुभव उनके करियर के लिए बेहद खास रहा।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चयन क्यों नहीं हुआ?

इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद Jalaj Saxena को भारतीय टीम में जगह नहीं मिली। इसका एक बड़ा कारण यह है कि भारतीय टीम में पहले से ही स्टार स्पिनर और ऑलराउंडर मौजूद रहे हैं। साथ ही, घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद, कई खिलाड़ियों को भारतीय टीम में मौका नहीं मिल पाता।

आज भी हैं घरेलू क्रिकेट के आधार स्तंभ

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38 साल की उम्र में भी Jalaj Saxena केरल क्रिकेट टीम के लिए लगातार खेल रहे हैं। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट को बहुत पसंद करते हैं और एक साक्षात्कार में कहा था, “मेरा दिल, मेरी भावनाएं सब कुछ फर्स्ट क्लास क्रिकेट के लिए हैं।”

प्रेरणा की मिसाल

Jalaj Saxena की कहानी यह साबित करती है कि क्रिकेट में सफलता सिर्फ इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने से नहीं मिलती। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में जो योगदान दिया है, वह किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणादायक है। उनका सफर बताता है कि मेहनत और लगन से कोई भी बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है, चाहे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो या घरेलू स्तर पर।

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