चम्बा, 15 अप्रैल। भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में जयराम सरकार ने चुनावों (Himachal Election 2022) के मद्देनज़र आम जनता को रिझाने का प्रयास किया है। शुक्रवार को 75वें हिमाचल दिवस के उपलक्ष्य पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चम्बा जिला के चौगान में बड़ी सभा में ये घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि राज्य में हर महीने 0 से 125 यूनिट तक की बिजली खपत करने वाले सारे घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली दी जाएगी। पहले यह सीमा 60 यूनिट तक ही थी।
किराये में 50 प्रतिशत छूट (Himachal Election 2022)
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि गांवों के इलाकों में उपभोक्ताओं से पानी के बिल नहीं लिए जाएंगे। बता दें कि प्रदेश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा गांवों में रहता है और मुख्यमंत्री की इस घोषणा से जनता को अवश्य की लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के लिए भी घोषण की है, हिमाचल राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में महिलाओं के लिए किराये में 50 प्रतिशत छूट (Himachal Election 2022) देने का भी ऐलान किया गया है। इससे पहले महिलाओं को 25 प्रतिशत छूट ही दी जाती थी।
मुख्यमंत्री ने फहराया तिरंगा
हिमाचल दिवस के दिन मुख्यमंत्री ने तिरंगा फहराने के साथ भव्य परेड की सलामी भी ली। परेड में हिमाचल प्रदेश पुलिस और होमगार्ड के साथ-साथ एनसीसी कैडेट्स, हेल्थ वर्कर्स और कई स्कूलों के छात्रों की टुकड़ियों ने भाग लिया। इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम भी पेश किए गए।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आज ही के दिन 15 अप्रैल, 1948 को हिमाचल प्रदेश सबसे पहले अस्तित्व में आया। प्रदेश सरकार राज्य के चंहुमुखी विकास के लिए कृतसंकल्प है। राज्य सरकार ने गरीबों की मदद के लिए कई कदम उठाए हैं। दिहाड़ी मजदूरी में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।
“मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना” का आरम्भ
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हमारी सरकार ने अस्तित्व में आने के बाद “मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना” आरम्भ की जिसमें कोई बेटा या बेटी अपना काम स्टार्ट करना चाहता है तो उनकी सहायता के लिए रास्ते खुले हैं। इस योजना के तहत 5 फीसदी सब्सिडी (Himachal Election 2022) देने का भी प्रावधान किया गया है।
1 करोड़ पर 35 लाख की सब्सिडी
यदि कोई एक करोड़ रुपये का काम शुरू करना चाहता है तो उस पर 35 लाख की सब्सिडी दी जाऐगी। हिमाचल प्रदेश राज्य में बड़ी तेजी के साथ नौजवान इस योजना से जुड़ रहे हैं और इस योजना के तहत 3 हजार 758 छोटी यूनिटें लग भी चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की खुशी है कि प्राकृतिक खेती की ओर प्रदेश, पूरे देश के सामने एक मॉडल के रूप में आगे बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में इस योजना में डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।