Yash ने कैसे छोड़ा अपना घर और बना कन्नड़ सिनेमा का सुपरस्टार?
नई दिल्ली, रॉकिंग स्टार Yash, जो आज कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के सबसे पसंदीदा सुपरस्टार्स में से एक हैं, उनकी सफलता का रास्ता आसान नहीं था। Yash का जन्म एक छोटे से शहर में हुआ था, और उनका सपना था अभिनय करना। हालांकि, उनके माता-पिता इस पेशे के खिलाफ थे, और यही कारण था कि Yash ने घर से भागकर बेंगलुरु जाने का फैसला किया।
उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि जब वह बेंगलुरु पहुंचे, तो उन्हें शहर का माहौल काफी डराने वाला लगा, लेकिन उनके भीतर आत्मविश्वास था। Yash के पास उस समय सिर्फ 300 रुपये थे, लेकिन उन्होंने हार मानने का नाम नहीं लिया। उनका मानना था कि अगर वह वापस लौटे तो उनके माता-पिता उन्हें फिर से इस रास्ते पर नहीं चलने देंगे। यही आत्मविश्वास और संघर्ष उनकी सफलता की कुंजी बने।
थिएटर में संघर्ष और प्रारंभिक कदम
बेंगलुरु आकर Yash ने अभिनय के अपने सपने को पूरा करने के लिए कई छोटे-मोटे काम किए। उन्होंने शुरुआत में सहायक निर्देशक के रूप में काम करना शुरू किया, लेकिन यह प्रोजेक्ट सिर्फ दो दिन ही चला। इसके बाद Yash को अभिनय के क्षेत्र में अनुभव हासिल करने के लिए कारंत थिएटर में काम करने का सुझाव मिला।
Yash ने बैकस्टेज कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए चाय परोसने से लेकर अन्य सेवाएं दीं। वह प्रति दिन 50 रुपये की मामूली रकम पर काम करते थे। साथ ही, उन्होंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। यश ने बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त करने के लिए बेंगलुरु के केएलई कॉलेज में दाखिला लिया।
छोटे पर्दे से बड़े पर्दे तक की यात्रा
थिएटर में काम करने के बाद Yash को छोटे पर्दे पर भी अपना मौका मिला। उन्हें धारावाहिक “नंदा गोकुला” में एक महत्वपूर्ण भूमिका मिली, जिसमें उनकी पत्नी राधिका पंडित भी उनके साथ दिखाई दी थीं। इस शो से Yash को अपनी पहचान मिली और इसके बाद उनका रुझान बड़े पर्दे की ओर बढ़ा।
Yash ने “जंबाडा हुडुगी” से सैंडलवुड (कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री) में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने “मोगिना मनसु”, “ड्रामा”, “गुगली”, “मिस्टर एंड मिसेज रामाचारी”, “सी”, और “मास्टरपीस” जैसी कई सफल फिल्मों में अभिनय किया। इन फिल्मों ने Yash को व्यावसायिक सफलता दिलाई, लेकिन उनका असली स्टारडम “KGF” फ्रैंचाइजी से आया।
KGF फ्रैंचाइज़ी ने दिलाया असली स्टारडम
“KGF: Chapter 1” और “KGF: Chapter 2” ने Yash को न केवल कर्नाटका, बल्कि पूरे देश में पहचान दिलाई। इन फिल्मों की सफलता ने Yash को हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी एक बड़ा स्टार बना दिया। उनकी अभिनय क्षमता और उनके रोल ने दर्शकों का दिल जीता और कन्नड़ सिनेमा को एक नया मुकाम हासिल किया।