Good Friday 2025: जानिए क्यों है ईसा मसीह का बलिदान इतना महत्वपूर्ण?

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Good Friday 2025: नई दिल्ली, गुड फ्राइडे, जो ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, हर साल एक शोकपूर्ण दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि यह उस दिन को याद करता है जब ईसा मसीह ने मानवता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। यह पर्व पवित्र सप्ताह के दौरान मनाया जाता है, जो ईस्टर रविवार से पहले शुक्रवार को आता है। गुड फ्राइडे का दिन ईसाई समुदाय के लिए सिर्फ एक शोक का प्रतीक ही नहीं, बल्कि उनके विश्वास और श्रद्धा को भी व्यक्त करने का अवसर है।

गुड फ्राइडे कब मनाया जाता है?

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गुड फ्राइडे की तिथि हर साल बदलती रहती है, लेकिन यह हमेशा शुक्रवार को ही मनाया जाता है। इसके आयोजन की तिथि अंग्रेजी कैलेंडर पर आधारित होती है, और 2025 में यह पर्व 18 अप्रैल को मनाया जाएगा। गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह की सूली पर चढ़ने की घटना का स्मरण किया जाता है, जो कि उनके बलिदान का प्रतीक है।

गुड फ्राइडे का धार्मिक महत्व

ईसाई धर्म के अनुयायी Good Friday 2025 को बड़े श्रद्धा भाव से मनाते हैं। इस दिन वे ईसा मसीह के उपदेशों को स्मरण करते हैं और उनके जीवन के बलिदान को याद करते हैं। ईसा मसीह ने अपने जीवन को समाज की भलाई के लिए समर्पित किया था। उनका उद्देश्य था कि वे मानवता के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करें। लेकिन उनकी भलाई को देखकर कुछ लोगों ने उन पर अत्याचार किए और अंततः उन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया। इस दिन की विशेषता यह है कि यह ईसा मसीह के बलिदान का दिन है, जो मानवता के लिए एक महान कृत्य था।

मिस्सा अनुष्ठान: एक महत्वपूर्ण धार्मिक कृत्य

गुड फ्राइडे के दिन कैथोलिक ईसाई चर्च में एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान, जिसे “मिस्सा” कहा जाता है, आयोजित किया जाता है। इस अनुष्ठान के दौरान चर्च में ईसा मसीह के जीवन और बलिदान का स्मरण किया जाता है। इसके साथ ही, ईसाई समुदाय के लोग अपने पापों का प्रायश्चित भी करते हैं, ताकि वे अपने जीवन को शुद्ध कर सकें। यह समय उनके लिए आत्मनिरीक्षण और आत्मशुद्धि का होता है। मिस्सा के बाद, ईसाई धर्म के अनुयायी ईसा मसीह के पुनर्जीवित होने की घटना के बारे में सोचते हैं, जो तीन दिन बाद हुआ था। यह पुनर्जीवन ईस्टर रविवार के दिन होता है, जिसे ईसाई धर्म में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।

Good Friday 2025 और ईस्टर का संबंध

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गुड फ्राइडे और ईस्टर के बीच गहरा संबंध है। गुड फ्राइडे को ईसा मसीह के बलिदान का दिन माना जाता है, जबकि ईस्टर रविवार को उनके पुनर्जीवित होने का दिन है। ईसाई धर्म में यह विश्वास है कि ईसा मसीह ने अपनी मृत्यु के बाद तीन दिन में पुनर्जीवित होकर मृत्यु को पराजित किया। इस दिन को ईसाई समुदाय “ईस्टर” के रूप में मनाता है, जो कि अच्छाई की विजय और जीवन के निरंतरता का प्रतीक है।

Good Friday 2025 का सांस्कृतिक महत्व

गुड फ्राइडे का केवल धार्मिक महत्व नहीं है, बल्कि इसका सांस्कृतिक महत्व भी है। यह दिन ईसाई समुदाय के लोग एक साथ मिलकर शांति और भाईचारे का संदेश फैलाने के लिए मनाते हैं। दुनिया भर में गुड फ्राइडे के दौरान कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो न केवल ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी एक शिक्षाप्रद अवसर होता है।

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