Ritesh Agarwal: नई दिल्ली, शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीज़न में एक दिलचस्प और अलग तरह का व्यापार मॉडल प्रस्तुत किया गया। इस एपिसोड में दिल्ली के उद्यमियों पौरव और शमीन ने अपनी कंपनी “स्पीड किचन” का परिचय दिया। स्पीड किचन एक ऐसी कंपनी है, जो ब्रांड्स को साझा रसोई स्थान प्रदान करती है, जिससे वे अपनी उत्पादों को तैयार करने में लगने वाली मेहनत और रसद संबंधी चुनौतियों से बच सकते हैं। इसका उद्देश्य छोटे और नए व्यवसायों को रसोई के लिए अपनी निजी जगह बनाने की कठिनाई से निजात दिलाना है।
इक्विटी और मूल्यांकन की चर्चा
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पौरव और शमीन ने अपने बिजनेस के लिए शार्क पैनल से 2 करोड़ रुपये की निवेश की मांग की, बदले में उन्होंने 3% इक्विटी देने का प्रस्ताव रखा। इस हिसाब से उन्होंने अपने व्यापार का मूल्यांकन 66 करोड़ रुपये किया। शार्क पैनल में अमन गुप्ता, रितेश अग्रवाल, विनीता सिंह, अजहर इकबाल और कुणाल बहल शामिल थे, जिन्होंने पौरव और शमीन के विचार को बहुत ही सकारात्मक रूप से लिया।
पौरव का अनुभव और यात्रा
पौरव ने अपने करियर के बारे में बताया और अपनी यात्रा के दौरान OYO जैसी बड़ी कंपनियों में काम करने का अनुभव साझा किया। उन्होंने यह भी बताया कि महामारी से पहले OYO में काम करते हुए उन्होंने बहुत कुछ सीखा। उनका अनुभव इस बिजनेस को आगे बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। विनीता सिंह ने पौरव से यह भी पूछा कि क्या उन्होंने Ritesh Agarwal के साथ काम किया था, तो पौरव ने मुस्कुराते हुए सिर हिलाया, जिससे रितेश को एक पल के लिए यह याद करने में परेशानी हुई।
शार्क पैनल का पौरव की पेशकश पर प्रतिक्रिया
शार्क पैनल ने पौरव के व्यवसाय और उनके व्यवहार को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। कुणाल बहल ने कहा कि पौरव का व्यवसाय आकर्षक नहीं है, लेकिन फिर भी यह बहुत ही लाभकारी है, क्योंकि आमतौर पर लोग आकर्षक बिजनेस मॉडल की तलाश करते हैं, जैसे ऐप डेवलपमेंट। पौरव के इस व्यवसाय को देखकर शार्क को यह समझ में आया कि वह एक मजबूत और स्थिर व्यवसाय चला रहे हैं।
पौरव और Ritesh Agarwal के बीच मजाक और विचारों का आदान-प्रदान
शार्क पैनल के बीच बातचीत के दौरान अमन गुप्ता ने मजाक करते हुए पौरव से पूछा कि वह Ritesh Agarwal के आसपास इतना नम्र क्यों लग रहे हैं। पौरव ने यह कहते हुए इसका जवाब दिया कि उन्होंने Ritesh Agarwal के कई मूड और गुस्से को देखा है, लेकिन अब कोई गड़बड़ नहीं है। इस मजाक के दौरान शार्क पैनल को रितेश के बारे में कुछ अजीब सा महसूस हुआ, क्योंकि Ritesh Agarwal को आम तौर पर उनके शांत और मिलनसार स्वभाव के लिए जाना जाता है।
फंडिंग के प्रस्ताव और शार्क की प्रतिक्रिया
पौरव ने शार्क पैनल से फंडिंग के लिए सीधे Ritesh Agarwal से संपर्क क्यों नहीं किया, इस सवाल का जवाब देते हुए पौरव ने बताया कि ओयो छोड़ने के बाद उनका संपर्क Ritesh Agarwal से टूट गया था। हालांकि, वह Ritesh Agarwal से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें लगता था कि रितेश शायद व्यस्त होंगे। इसके बाद Ritesh Agarwal ने 10% इक्विटी के बदले 2 करोड़ रुपये की पेशकश की, जिसमें अजहर इकबाल भी शामिल हो गए। इसके बाद कुणाल बहल ने 10% के लिए 3 करोड़ रुपये की पेशकश की, और Ritesh Agarwal ने भी 3 करोड़ रुपये की पेशकश की।