क्या दिलजीत दोसांझ की टूर को लेकर AP Dhillon ने उठाए बड़े सवाल?
नई दिल्ली, भारत में लाइव म्यूजिक कॉन्सर्ट और शोज़ की मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इस बढ़ती मांग के साथ कुछ विवाद भी उभर रहे हैं। हाल ही में, गायक AP Dhillon ने अपने एक इंटरव्यू में उन मार्केटिंग रणनीतियों पर कड़ी आलोचना की, जो संगीत प्रमोटर्स कॉन्सर्ट के टिकटों को बेचने के लिए अपनाते हैं। उनका मानना है कि इन रणनीतियों से प्रशंसकों के साथ अन्याय हो रहा है और यह केवल “मार्केटिंग का खेल” है। AP Dhillon ने इस विषय पर खुलकर अपने विचार साझा किए, खासकर उन शो के टिकटों को लेकर जो कुछ ही सेकंड में बिक जाते हैं।
क्या है AP Dhillon का आरोप?
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AP Dhillon ने कहा कि जब वे और उनके जैसे अन्य कलाकार कॉन्सर्ट का आयोजन करते हैं, तो उनके शो के टिकट बेहद जल्दी बिक जाते हैं। AP Dhillon ने इसे “सिर्फ मार्केटिंग रणनीति” बताते हुए कहा कि इसके पीछे कोई असली बिकवाली नहीं होती। वह मानते हैं कि प्रमोटर्स जानबूझकर कुछ टिकटों को उच्च कीमत पर बेचने के लिए पहले से ही बिक्री के लिए सुरक्षित कर लेते हैं। ढिल्लों का कहना था कि इस तरीके से न सिर्फ शो के लिए टिकट खरीदने वालों के साथ धोखा हो रहा है, बल्कि यह संगीत की दुनिया के प्रति भी एक गलत संदेश देता है।
क्या गायक ने कभी इस रणनीति का इस्तेमाल किया था?
गायक ने यह भी स्वीकार किया कि कभी-कभी उन्हें भी इस तरह की मार्केटिंग रणनीति अपनाने का विचार आया था। उन्होंने कहा, “हमने भी कभी सोचा था कि क्या हमें यह खेल खेलना चाहिए?” हालांकि, वह कहते हैं कि वह इस खेल में भाग नहीं लेना चाहते, क्योंकि उन्हें पता है कि जब प्रशंसक टिकटों के लिए प्रयास करते हैं, तो उनके साथ यह धोखा नहीं किया जाना चाहिए। AP Dhillon का मानना है कि यह खेल संगीत के वास्तविक उद्देश्य को नष्ट कर देता है, जो कि लोगों को मनोरंजन और कला का आनंद देना है।
क्या टिकट की बिक्री में कोई खेल हो रहा है?
AP Dhillon ने यह भी दावा किया कि कई कॉन्सर्ट के टिकट जो “बिक चुके” कहे जाते हैं, असल में नहीं बिके होते। उनका कहना था कि अगर किसी शो के टिकट बिक चुके हैं, तो वह आसानी से हजारों टिकट हासिल कर सकते हैं, क्योंकि यह सब एक खेल बन चुका है। ढिल्लों का कहना था कि इस तरह के खेल ने म्यूजिक इंडस्ट्री का मजा खराब कर दिया है।
दिलजीत दोसांझ की आलोचना?
हालांकि, AP Dhillon ने किसी विशेष कलाकार का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी टिप्पणी को कई लोगों ने दिलजीत दोसांझ की परोक्ष आलोचना के रूप में देखा। दिलजीत दोसांझ के शो के टिकट कई बार कुछ ही सेकंड में बिक जाते हैं, और इसने विवादों को जन्म दिया है। AP Dhillon ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे शो में असली प्रशंसक अपनी जगह नहीं बना पाते, क्योंकि इन टिकटों को अक्सर उन लोगों को बेचा जाता है जो उन्हें ऊंची कीमत पर फिर से बेचते हैं।
संगीत उद्योग की नई चुनौती
AP Dhillon का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि भारत में म्यूजिक इवेंट्स और कॉन्सर्ट की मार्केटिंग रणनीतियों में एक नया मोड़ आ चुका है। अब यह सिर्फ कला नहीं, बल्कि एक बड़ा व्यापार बन चुका है। ऐसे में प्रशंसकों को अपने पसंदीदा कलाकारों के लाइव शो का अनुभव लेने के लिए नए तरीकों की तलाश करनी पड़ रही है।