Champions Trophy Cricket: नई दिल्ली, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अब कुछ ही महीनों की दूरी पर है। भारत के क्रिकेट प्रशंसक इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार ने टीम का आत्मविश्वास कमजोर किया है। इसके साथ ही, भारत ने 2024 में केवल तीन वनडे खेले और टूर्नामेंट से पहले केवल तीन और मैच खेलने का मौका मिलेगा। यह कमी टीम की तैयारियों के लिए बड़ा सवाल खड़ा करती है।
हालांकि, इस टूर्नामेंट में भारत को न केवल अन्य अंतरराष्ट्रीय टीमों से चुनौती मिलेगी बल्कि कुछ भारतीय मूल के खिलाड़ी भी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन तीन भारतीय मूल के खिलाड़ियों के बारे में जो भारत के लिए चुनौती बन सकते हैं।
1. ईश सोढ़ी: लुधियाना से न्यूजीलैंड तक का सफर
लुधियाना, पंजाब में जन्मे ईश सोढ़ी न्यूजीलैंड के लिए लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। दाएं हाथ के इस लेग स्पिनर ने अपनी शानदार गेंदबाजी से कई बार विरोधी टीमों को परेशान किया है।
चार साल की उम्र में अपने परिवार के साथ न्यूजीलैंड जाने वाले ईश अब ब्लैककैप्स के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। वह चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी स्पिन से भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौती बन सकते हैं।
2. केशव महाराज: अफ्रीका से जुड़े भारतीय जड़ें
दक्षिण अफ्रीका के स्पिन ऑलराउंडर केशव महाराज भारतीय मूल के तीसरे खिलाड़ी हैं जो चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए खतरा बन सकते हैं। उनके पूर्वज उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से थे और 1874 में अफ्रीका चले गए थे।
केशव महाराज अपने प्रदर्शन से दक्षिण अफ्रीका के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति बने हुए हैं। उनकी गेंदबाजी में विविधता और जमीनी अनुभव उन्हें खतरनाक बनाते हैं। इसके अलावा, महाराज अपनी भारतीय जड़ों को संजोए रखते हैं और अक्सर मंदिरों में जाकर ‘नमस्ते’ के साथ जश्न मनाते हैं।
3. रचिन रवींद्र: उपमहाद्वीप की जड़ें और जबरदस्त प्रदर्शन
न्यूजीलैंड के प्रतिभाशाली खिलाड़ी रचिन रवींद्र का जन्म वेलिंगटन में हुआ, लेकिन उनकी जड़ें भारत में हैं। उनके पिता रवि कृष्णमूर्ति बेंगलुरु में जन्मे थे और बाद में न्यूजीलैंड में बस गए। रचिन अक्सर अपनी गर्मियों की छुट्टियां भारत में बिताते थे।
2023 के विश्व कप में रचिन का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सबका ध्यान खींचा। हालांकि, 2024 में उन्होंने एक भी वनडे नहीं खेला, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ चल रही सीरीज में उनके प्रदर्शन ने उम्मीदें बढ़ाई हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में वह अपनी प्रतिभा से भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
भारत के लिए क्या होंगी चुनौतियां?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम के लिए मुकाबला आसान नहीं होगा। सीमित मैच अभ्यास, टीम में संतुलन की कमी और विरोधी टीमों की रणनीतियां बड़ी चुनौती साबित हो सकती हैं। खासकर, भारतीय मूल के इन तीन खिलाड़ियों का प्रदर्शन भारतीय खेमे के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।