Body Parts Name in Hindi | शरीर के अंगों के हिन्दी, अंग्रेजी और साईंटिफिक नाम

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आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं Body Parts Name in Hindi यानि मानव शरीर के अंगों के नाम। अगर आप भी Human Body Parts के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को शुरुआत से लेकर अंत तक अवश्य पढ़ें। इस आर्टिकल में हम आपको मानव शरीर के अंगों के नाम हिंदी, अंग्रेजी और वैज्ञानिक भाषा में उपलब्ध करवा रहे हैं जिसमें सबसे पहले अंग्रेजी नाम फिर हिंदी और तीसरे नंबर पर वैज्ञानिक नाम दिया गया है। देखिए Name of Body Parts in Hindi & English की पूरी लिस्ट:

Content: Body Parts Name in Hindi

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Body Parts Name in Hindi (शरीर के अंगों के नाम)

मानव शरीर अंगों के वैज्ञानिक नाम – Scientific Name of Human Body Parts तो आईये सबसे पहले हम आपको मानव शरीर के अंगों के हिन्दी, अंग्रेजी और साईंटिफिक नाम बताने जा रहे हैं जिसकी सम्पूर्ण सूची निम्नलिखित है:

1. Hair – बाल – Trichology

2. Eyes – आंखें – Oculus

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3. Mouth – मुंह – Buccal

4. Arm – बांह, भुजा – Brachium

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5. Tooth, Teeth – दांत – Maxillary

6. Back, Waist – कमर, पीठ – Dorsum

7. Shoulder – कन्धा – Glenohumeral Joint

8. Stomach – पेट- Abdomen

9. Knee – घुटना- Articulatio Genus

10. Throat – गला – Pharynx

11. Hand – हाथ – Manus

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12. Nose – नाक- Nasal

13. Ear – कान – Auricle/Pinna

14. Foot – पैर – Pes

15. Leg – टांग – Tetrapod

16. Head – सिर

17. Face – चेहरा – Facies/Facia

18. Neck – गर्दन – Cervix/Collum

19. Beard – दाढ़ी – Barba

20. Moustache – मूंछ – Vibrissae

21. Hip – कूल्हा – Hip

22. Nail – नाखून – Corpus Unguis

23. Skin – त्वचा, खाल – Epidermis

24. Lip – होंठ –  Labia Oris

25. Elbow – कोहनी – Cubitus

26. Nipple – स्तन का अगला भाग, थन – Papilla Mammaria

27. Navel – नाभि – Umbilicus

28. Armpit, Womb – बगल, कांख – Axilla

29. Chin – ठुड्डी – Mentum

30. Forehead – माथा – Sinciput

31. Cheek – गाल – Buccal

32. Ankle – टखना

33. Brain – दिमाग – Cerebrum

34. Eyebrow – भौंह – Supercilium

35. Eyelid – पलक – – Palpebra

36. Tongue – जीभ – Lingu/o

37. Heart – ह्रदय – Cor

38. Toe – पैर की उंगली – Hallux

39. Body – शरीर

40. Fingers – अंगुलियां – Phalanges

41. Thumb – अंगूठा – Pollex

42. Intestine – आंत – Colon/Intestinum Crassum

43. Heel – एढ़ी – Calcaneus

44. Larynx – कंठ – Larynx

45. Temple – कनपट – Latin Tempus

46. Wrist – कलाई – Carpus

47. Skull – खोपड़ी – Cranium

48. Kidney – गुर्दा – Renal

49. Knee – घुटना – Articulatio Genus

50. Chest – पुरुष की छाती – Thorax

51. Jaw – जबड़ा – Mandible

52. Thigh – जाँघ – Femur

53. Liver – जिगर – Hepatic

54. Joint – जोड़ – Articulation

55. Nostril – नथुना – Naris

56. Nerve, Vein – नस – Pterocarpus Erinaceus

57. Paw – पंजा

58. Rib – पसली – Costae

59. Lung – फेफड़ा – Pulmo

60. Muscles – माँसपेशी – Muscles

61. Spine – रीढ़

62. Bone – हड्डी – Osseous

63. Palm – हथेली – Metacarpus

64. Belly – पेट

65. Calf – पिंडली  Sura

66. Ring Finger – अनामिका

67. Eardrum – कान का परदा – Tympanic Membrane

68. Little Finger – छोटी उंगली – Digitus Minimus Manus

69. Uterus – गर्भाशय – Uterus

70. Rump – चुतड़

71. Bun – बालों का जूड़ा – Bun

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72. Index Finger – तर्जनी – Digitus Secundus Manus

73. Palate – तालु – Palatal Velum

74. Snout – थूथना

75. Molar Theeth – दाढ़ – Molar Teeth

76. Artery – धमनी – Artery

77. Pulse – नाड़ी – Pulse

78. Spleen – तिल्ली – Spleen

79. Bile – पित्त – Gall

80. Eyeball – नेत्रगोलक, आँख की पुतली – Eyeball

81. Eyelash – बरौनी – Palpebra

82. Embryo – भ्रूण – Embryophyta

83. Middle-Finger – बीच की ऊँगली – Digitus Medicinalis

84. Urinary Bladder – मूत्राशय – Vesica Urinaria

85. Smiley face- हंसमुख चेहरा

86. Mouth – मुंह – Oral Cavity/Buccal Cavity

87. Saliva – लार – Sputum/Ptyalin

88. Trachea – स्वास नली, कंठनाल – Windpipe

89. Fist – मुठी – Fist

90. Blood – रक्त – Haema

91. Lock– बालों की लट – EarLock

92. Penis– लिंग – Glans

93. Breast– स्त्री की छाती – Mammary Glands

94. Trunk-धड़-Torso

95. Lap-गोद- Lambere

96. Sole-तलवा-Planta

Female Body Parts Name in Hindi & English (महिला अंगों के नाम)

आईये अब जानते हैं महिला शरीर के अंगों के हिन्दी और अंग्रेजी नाम जिसकी सम्पूर्ण सूची निम्नलिखित है:

1. Breast –छाती (महिला की)

2. Vagina – योनि

3. Cervix – गर्भाशय ग्रीवा

4. Womb –गर्भाशय (गर्भ)

5. Mons Pubis –मोंस पुबिस

6. Fallopian tube –डिंबवाही नलिका

7. Ovary –अंडाशय

8. Labia majora –भगोष्ठ

9. Labia minora –लघु भगोष्ठ / क्षुद्र भगोष्ठ

महिला प्रजनन प्रणाली (Female Reproductive System)

महिला प्रजनन प्रणाली में बच्चे को जन्म देने के लिए सभी आवश्यक महिला अंग निम्नलिखित हैं:

  • Vagina – योनि
  • Cervix – गर्भाशय ग्रीवा
  • Ovary – अंडाशय
  • Uterus – गर्भाशय

पुरुष प्रजनन प्रणाली (Male Reproductive System in Hindi)

पुरुष प्रजनन प्रणाली में वे सभी अंग आते हैं जो सेक्स के लिए आवश्यक होते हैं जिनसे शुक्राणु पैदा होते हैं ताकि महिला गर्भ धारण कर सके।

  • Penis – लिंग
  • Testis – वृषण
  • Epididymis – अधिवृषण
  • Vas deferens – वास डेफरेंस

मानव शरीर के अंगों के कार्य

मानव शरीर कई अंगों से मिलकर बना है जिसमें सबके अपने अलग – अलग कार्य हैं। मानव शरीर में कुछ विशेष अंग होते हैं जिनके द्वारा हम अपने आसपास का अनुभव करते हैं जैसे आंख, कान, नाक, जीभ तथा त्वचा आदि। इन अंगों को ज्ञानेंन्द्रिया कहते हैं। हमारे शरीर में पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ होती हैं जो हमें आस – पास के विषय में जानकारी देतीं हैं।

  • आँख
  • कान
  • नाक
  • जीभ
  • त्वचा

शरीर के बाह्य अंगों के नाम एवं उनके कार्य

कुछ अंग हमें दिखाई देते हैं तथा कुछ अंगों को हम आँखों से नहीं देख सकते हैं। जिन अंगों को हम देख सकते हैं, उन्हें बाह्य अंग कहते हैं तथा जिन को हम नहीं देख सकते हैं उन्हें आंतरिक अंग कहते हैं। पहले हम बाहरी अंगों के बारे में चर्चा करेंगे। इन सभी बाह्य अंगों के अलग – अलग कार्य होते हैं।

  • सिर – शरीर के सबसे ऊपरी भाग को सिर कहते हैं। इसी में ही आँख, कान, नाक, जीभ व मुँह होते हैं।
  • आँख – आँखों द्वारा हम बाहर की सभी वस्तुओं को देखते हैं।
  • कान – कानों के द्वारा हम दूसरों की बातों को सुन सकते हैं।
  • नाक – सांस लेने का कार्य हम नाक से ही करते हैं। नाक द्वारा ही हम सुगंध तथा दुर्गन्ध का पता लगाते हैं।
  • मुँह – मुँह से हम बोलते हैं तथा खान – पान ग्रहण करते हैं।
  • बाल – बाल गर्मी और धूप से हमें बचाता है।
  • गर्दन – गर्दन सिर को शरीर से जोड़ती है। गर्दन की सहायता से ही हम अपना सिर घुमा पाते हैं।
  • हाथ और अंगुलियाँ – हाथों की सहायता से हम अपना कार्य करते हैं। इसकी अंगुलियों की सहायता से हम वस्तुओं को पकड़ने और उसे उठाने का कार्य करते हैं। लिखने तथा खाने का कार्य भी हम अँगुलियों की सहायता से ही करते हैं।
  • पैर – पैर द्वारा हम चलने, दौड़ने और घूमने का कार्य करते हैं।

मानव शरीर के आन्तरिक अंग

हमारे शरीर के अंदर कई अंग होते हैं जिन्हे हम बाहर से नही देख सकते हैं जैसे ह्दय, मस्तिष्क, फेफड़े, अमाशय, आंत, यकृत, गुर्दे आदि। इन अंगों को आन्तरिक अंग कहा जाता है। इन अंगों के काम निर्धारित होते हैं। त्वचा तथा अस्थियों के द्वारा इन्हे सुरक्षा दी जाती है।

उम्मीद है आपको हमारा ये जानकारी से भरपूर आर्टिकल Body Parts Name in Hindi अवश्य ही पसंद आ रहा होगा। आईऐ बढ़ते हैं आगे।

शरीर के महत्वपूर्ण आन्तरिक अंग

आईए अब बात करते हैं शरीर के आंतरिक अंगों की और उनके कार्यों की। सबसे पहले शरीर के ढांचे को बनाने और शरीर की गति मे सहायक अंग।

मांसपेशियां

अगर अपने हाथ को कोहनी से अंदर की तरफ मोड़ें और हाथ की मुटठी को कंधे से स्पर्श करायें तो आपको उभरा हुआ भाग का एहसास होगा। ये उभरा हुआ भाग ही मांसपेशियां होती है। इसी तरह मांसपेशियां हमारे शरीर में अन्य जगह भी पायी जाती हैं। मांसपेशियां शरीर के अंगों के हिलने-डुलने में सहायता करती हैं।

हड्डियां

 बच्चों के शरीर में 300 एवं वयस्कों के शरीर में 206 हड्डिया होती हैं। हड्डियों से हमारे शरीर का ढांचा बनता हैं और आन्तरिक अंगों की सुरक्षा होती है। हड्डियां मांसपेशियों के एक साथ काम करने के कारण ही हम हिलते डुलते, चलते फिरते और अन्य प्रकार के काम करते हैं।

सांस लेने में सहायक अंग

मानव शरीर को जिंदा रहने के लिये श्वसन क्रिया पहली जरूरत है। इस प्रक्रिया में नाक से सांस ली जाती है जो श्वास नली के माध्यम से हमारे फेफड़ो में जाती है। फेफड़े वायु से आक्सीजन को सोखते हैं और कार्बनडाइऑक्साइड गैस को बाहर निकालते हैं।

रक्त संचार में सहायक अंग

मानव शरीर में छाती की बाईं तरफ ह्दय होता है। ह्दय शरीर में रक्त संचार का कार्य करता है। यह एक पम्प की तरह काम करता है। जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह बना रहता है।

भोजन पचाने में सहायक अंग

वयस्क मानव के मुंह में 32 दांत होते हैं जो भोजन को काटने, फाड़ने और चबाने का काम करते हैं। दांतो के प्रयोग से भोजन के छोटे-छोटे टुकडे हो जाते हैं जिससे शरीर में आसानी से भोजन चला जाता है और पच जाता है। भोजन ग्रहणी से होते हुये एक थैली जैसे अंग में पहुंचता है इस अंग को अमाशय कहते हैं।

अमाशय में भोजन तीन से पांच घण्टे तक रहता है। यहां पर भोजन में पाचक रस मिल जाते हैं। जिससे भोजन आसानी से पच जाता है। पित्ताशय और अग्नाशय आदि से भी भोजन को पाचक रस मिलते हैं।

अमाशय से भोजन, छोटी आंत में चला जाता है। छोटी आंत की दीवारों में लगातार एक तरह की गति होती है जिससे भोजना पिसता हुआ आगे बढता है। पचे हुये भोजन का पोषक अंश छोटी आंत सोख लेती हैं बाकी अवशेष पदार्थ बड़ी आंत में चलता जाता है जिसमें से पानी को बड़ी आंत अवशोषित कर लेती है और शेष भोजन मल के रूप में शरीर से बाहर निकाल देती है। इस पूरी क्रिया को पाचन क्रिया कहते हैं।

हमारे इस आर्टिकल Body Parts Name in Hindi के बारे में कृपया अपनी राय हमें कमेंट सैक्शन में अवश्य बताऐं।

दूषित पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में सहायक अंग

मानव शरीर में होने वाली क्रियाओं में कुछ दूषित पदार्थ भी बनते हैं। इन दूषित पदाथों को हमारे शरीर के गुर्दे रक्त में छान कर अलग करते हैं और दूषित पदार्थों को मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालते हैं।

शरीर पर नियन्त्रण रखने में सहायक अंग

मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। ये शरीर के सभी अंगो को नियंत्रित और उन्हें निर्देशित करता है और यही सोचने- समझने का काम करता है। मानव शरीर में किसी भी हलचल के लिये मस्तिष्क से निर्देश मिलना जरूरी होता है।

मानव शरीर के तंत्र और प्रणालियां (Internal Body Parts in Hindi and English)

मानव शरीर में विभिन्न प्रणालियां हैं जिसे मुख्य रूप से व्यापक श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं कि इन सब अंगों के नाम।

संचार प्रणाली (Circulatory System in Hindi)

संचार प्रणाली, रक्त वाहिकाओं और लिम्फ का शारीरिक नेटवर्क है।

  • Heart – दिल
  • Lungs – फेफड़ों
  • Brain – दिमाग
  • Kidneys – गुर्दे

श्वसन प्रणाली (Respiratory System in Hindi)

यह एक जैविक प्रणाली है। इसमें गैस विनिमय के लिए उपयोग किए जाने वाले अंग और संरचनाएं शामिल हैं। यह हमारे शरीर के ऊतकों को ऑक्सीजन के साथ रक्त प्रदान करता है।

  • नाक – Nose
  • उदर में भोजन – Pharynx
  • ब्रांकाई – Bronchi

पाचन तंत्र (Digestive System in Hindi)

डाइजेस्टिव सिस्टम एक रासायनिक टूटने के माध्यम से भोजन को उपयोगी पोषक तत्वों में बदलता है।

  • Mouth – मुंह
  • Tongue – जुबान
  • Teeth – दांत
  • Pharynx -उदर में भोजन
  • Diaphragm – डायाफ्राम
  • Stomach – पेट
  • Spleen -तिल्ली
  • Liver – जिगर
  • Gallbladder – पित्ताशय
  • Pancreas – अग्न्याशय
  • Small intestine – छोटी आंत

तंत्रिका तंत्र (Nervous System in Hindi)

तंत्रिका तंत्र, शरीर को और उससे संकेतों को प्रसारित करने में मदद करता है।

  • Brain – दिमाग
  • Spinal Cord – मेरुदण्ड
  • Meninges – मेनिन्जेस
  • Dura Mater – ड्यूरा मैटर

अंग किसे कहते हैं?

सबसे पहले हमें ये समझना होगा कि अंग का मतलब क्या है? ऊतकों यानी कि टिशूज़ के समूह का मतलब अंग होता है। विज्ञान के मुताबिक हर अंग आपके शरीर की क्षमता को बढ़ाने और अस्तित्व को बचाने का काम करता है।

हृदय, मस्तिष्क, लिवर और कम से कम एक किडनी, एक फेफड़ा शरीर के अनिवार्य अंग हैं यानी इनमें से किसी भी एक के बगैर ज़िंदा नहीं रहा जा सकता। बाकी कई अंग ऐसे भी हैं जिनके बगैर ज़िंदा रहा जा सकता है या फिर आधुनिक विज्ञान की मदद से उन्हें बदला जा सकता है। अब जानिए कि अंगों की संख्या कैसे तय होती है।

कैसे तय होती है अंगों की संख्या?

विशेषज्ञों के अनुसार मानव शरीर में कुल अंगों की संख्या इस पर निर्भर करती है कि आप किससे पूछते हैं या फिर इसे कैसे गिनते हैं। मानव शरीर में 206 हड्डियां हैं, अब अगर आप एक हड्डी को एक अंग मानेंगे तो संख्या बहुत ज़्यादा हो जाएगी लेकिन एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आम तौर पर मानव शरीर में अंगों की संख्या 78 मानी जाती है। हालांकि यह संख्या कहां से आई, किसने बताई इस बारे में खास जानकारी नहीं है लेकिन इस संख्या में जीभ, पेट, थाइरॉइड, पेंक्रियास जैसे तमाम महत्वपूर्ण अंग शामिल हैं और हड्डियों और दांतों को एक – एक अंग ही गिना गया है.

अंगों पर विशेषज्ञों की अलग राय

अगर वैज्ञानिक तौर पर बात करें तो अंगों की संख्या बहुत ज़्यादा हो जाएगी क्योंकि ऊतक के समूह का मतलब अंग है। साल 2017 में वैज्ञानिकों ने आंतेपशी मेसण्टेरी को एक नया अंग माना है, जो पहले नहीं माना जाता था क्योंकि यह अंग आंत के साथ चिपका हुआ होता है लेकिन इस स्टडी में जो तर्क दिए गए उससे वैज्ञानिक सहमत हुए और अंगों की कुल संख्या को लेकर विचार शुरू हुआ था।

अंगों की गणना एक बार फिर

अब 78 की संख्या में आप हड्डियों को एक अंग के तौर पर गिन चुके हैं। अगर हड्डियों को अलग अलग गिना जाए तो इसमें 205 और जोड़कर कुल अंग 284 हैं। इसी तरह दांत को अलग अलग गिनें तो कुल अंग 315 हो जाएंगे. इसी तरह 78 की संख्या में और भी अंग हैं जिन्हें एक बार ही गिना गया है लेकिन वो एक से अधिक होते हैं जैसे नाड़ियां, स्नायु इत्यादि। वहीं बहुत छोटे-छोटे ऊतक समूहों की गणना करें तो खरबों की संख्या तक मिल सकती है लेकिन ज़रूरी अंगों को समझें तो 78 की संख्या कह सकते हैं।

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मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग

मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग आपकी त्वचा है। औसतन त्वचा का वजन लगभग 6 पाउंड होता है। इसका काम संक्रमण और कीटाणुओं से बचाना है। पूरे जीवन त्वचा लगातार बदलती रहेगी और लगभग हर 27 दिनों में खुद को पुन: उत्पन्न करती है।

तो ये था हमारा आर्टिकल Body Parts Name in Hindi उम्मीद है आपको पसंद आया होगा। यदि हमारे द्वारा बताई गई किसी जानकारी से आप असहमत हैं तो कृपया हमें कमेंट करके अवश्य बताऐं।

Source : Wikipedia

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