नई दिल्ली, कई दिलों की धड़कन, बॉलीवुड के हिट जोड़ियों में से एक, रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की फिल्म ये जवानी है दीवानी एक बार फिर से सिनेमाघरों में आने वाली है। इस फिल्म को दर्शकों ने 2013 में बेहद पसंद किया था और अब यह 3 जनवरी 2025 को फिर से रिलीज होगी। धर्मा प्रोडक्शंस ने इस बात की पुष्टि करते हुए इंस्टाग्राम पर फिल्म का पोस्टर भी शेयर किया और सभी को यह फिल्म देखने का निमंत्रण दिया। फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्साह का माहौल है, क्योंकि यह एक ऐसी फिल्म है जो दोस्ती, प्यार और जीवन के सफर पर आधारित है।
फिल्म का हिट कास्ट और कहानी
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ये जवानी है दीवानी की कहानी चार दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है – बनी (रणबीर कपूर), नैना (दीपिका पादुकोण), अदिति (कल्कि कोचलिन) और अवि (Aditya Roy Kapoor)। ये चारों एक ट्रैकिंग यात्रा पर जाते हैं, जहां उनकी दोस्ती और रिश्ते और भी मजबूत होते हैं। यात्रा के बाद वे अलग हो जाते हैं, लेकिन एक शादी के मौके पर फिर से मिलते हैं और उनकी जिंदगी की राहें एक बार फिर से जुड़ती हैं। फिल्म की कहानी, संगीत और कलाकारों का प्रदर्शन, सभी ने दर्शकों का दिल छुआ था।
बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी फिल्म
यह फिल्म 2013 में रिलीज हुई थी और तब से लेकर अब तक दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाए रखी है। फिल्म का बजट लगभग 40 करोड़ रुपये था, और इसने बॉक्स ऑफिस पर करीब 320 करोड़ रुपये की कमाई की। यह फिल्म केवल व्यावसायिक रूप से ही नहीं, बल्कि आलोचनात्मक रूप से भी सफल रही थी। अयान मुखर्जी की इस फिल्म ने उन्हें एक और हिट दी, जो उनके करियर का अहम हिस्सा बनी।
फिर से सिनेमाघरों में क्यों आ रही है फिल्म?
ये जवानी है दीवानी के फिर से रिलीज होने का फैसला धर्मा प्रोडक्शंस ने लिया है ताकि दर्शकों को एक और बार इस फिल्म का आनंद मिल सके। कई सालों बाद, दर्शकों के लिए यह एक शानदार मौका है कि वे इस फिल्म को बड़े पर्दे पर देख सकें और पुराने अच्छे दिनों की यादें ताजा कर सकें। फिल्म की रिलीज की तारीख 3 जनवरी, 2025 है और यह एक शानदार अवसर होगा उन लोगों के लिए जो इस फिल्म को पहले कभी सिनेमाघरों में नहीं देख पाए थे।
फिल्म का महत्व और सांस्कृतिक प्रभाव
ये जवानी है दीवानी न केवल एक फिल्म थी, बल्कि इसने एक पीढ़ी को अपने जीवन के सबसे अहम हिस्सों को समझने और जीने का तरीका सिखाया। फिल्म की कहानियाँ, गाने और संवाद आज भी लोगों के जुबां पर हैं। इसके संवाद जैसे “मैं तुझसे अब कोई वादा नहीं करता”, “एक समय में मैं केवल एक चीज़ चाहता हूँ – जो चाहूँ उसे करने का मौका”, आज भी युवाओं के दिलों में गूंजते हैं।