केवल दस दिनों में बन कर तैयार 1500 बैड वाले हुओशेंसन अस्पताल को कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए सोमवार से खोल दिया गया और सोमवार सुबह से ही अस्पताल में मरीजों का आना भी शुरू हो गया। अस्पताल के निर्माण कार्य में लगे दल ने चीन के वुहान शहर में दिन रात लगातार काम करके इसे पूरा किया। इसी शहर से दिसम्बर में सबसे पहले वायरस के पहल मामले की पुष्टि हुई थी।
वुहान शहर में लगभग 1 करोड़ 10 लाख लोग रहते है वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शहर के लागों को शहर से बाहर आने जाने से रोक दिया गया है
वहीं भारत में भी केरल से 2 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनकी हालत संतोंषजनक बताई जा रही है कुछ दिन पहले दो छात्रों को मेडिकल जांच के लिए रांची एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था जबकि आंध्र प्रदेश की एक यूवती अभी चीन में ही फंसी हुई है।
इस यूवती नें शोशल मीडिया पर मदद के लिए एक वीडियों भी पोस्ट किया जो कि तेजी से वायरल हो चुका है लेकिन यूवती को हल्का बुखार और संक्रमण के संदेह के चलते भारत नहीं लाया गया
यूवती के अनुसार, जिस विमान में 324 भारतीयों को भारत लाया गया उसी विमान से इस यूवती को भी भारत लाना जाना था लेकिन विमान में सवार डॉक्टरों की टीम ने कहा कि आपको अगली फ्लाईट में ले जाया जाएगा लेकिन अगली फ्लाईट में उन्हें नही लाया गया। विडियो में यूवती ने केन्द्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब ये आंकड़ा 361 का हो चुका है।