अमेरिकी निर्माता Adam Ellick ने वीडियो में दिखाया भारतीय यात्रियों की चौंकाने वाली आदत! क्या आप भी करते हैं ऐसा?

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नई दिल्ली, भारतीय यात्रियों की एक आदत को लेकर चर्चा शुरू की। यह वीडियो एक हवाई जहाज की लैंडिंग के बाद की घटना का था, जिसमें यात्रियों को बार-बार चेतावनी के बावजूद ओवरहेड डिब्बे से अपना सामान निकालने की कोशिश करते हुए दिखाया गया। यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि सोशल मीडिया पर लोग अपनी राय देने लगे, और कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं।

वीडियो में क्या था खास?

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Adam Ellick ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “भारत में क्लासिक लैंडिंग”। वीडियो की शुरुआत एक टेक्स्ट इंसर्ट से होती है, जिसमें लिखा होता है, “पहली बार भारत में पाठ्यपुस्तक उतरी।” इसके बाद वीडियो में भारतीय यात्रियों को दिखाया गया जो ओवरहेड डिब्बे से अपना सामान निकालने की कोशिश कर रहे थे, जबकि एक महिला क्रू मेंबर उन्हें बार-बार सीट बेल्ट साइन बुझने तक बैठने के लिए कह रही थी। बाद में, एक पुरुष क्रू मेंबर ने भी यही घोषणा की, लेकिन यात्रियों ने अपनी आदतें नहीं बदलीं और वे अपनी सीटों से उठे रहे।

इस वीडियो में एक खास बात यह थी कि जब विमान अभी रनवे पर था, तब भी यात्री अपनी सीटों से उठकर ओवरहेड डिब्बे से सामान निकालने की कोशिश कर रहे थे।

सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

वीडियो के शेयर होते ही इसे 1,111 से ज्यादा लाइक और 75,000 से ज्यादा व्यूज मिल चुके थे। लेकिन कमेंट सेक्शन में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ यूज़र्स ने फिल्म निर्माता Adam Ellick से सहमति जताई, जबकि कुछ ने उनके वीडियो को आलोचना करते हुए कहा कि यह केवल भारत के बारे में नहीं है, बल्कि अन्य देशों में भी ऐसा होता है।

कई यूज़र्स ने वीडियो में महिला और पुरुष क्रू मेंबर की आवाज़ों के बीच अंतर को लेकर टिप्पणी की। एक यूज़र ने लिखा, “जादुई पुरुष आवाज़ को हमेशा सफलता मिल जाती है, जबकि महिला आवाज़ को अनसुना कर दिया जाता है”। उन्होंने इसे भारतीय समाज की असमानता का उदाहरण बताया और खुद को एक महिला के रूप में इसे देखकर परेशान महसूस किया।

दूसरों ने इसे सामान्य घटना बताया

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कुछ यूज़र्स ने Adam Ellick की आलोचना करते हुए कहा कि यह घटना किसी एक देश तक सीमित नहीं है। एक यूज़र ने लिखा, “मैं 13 बार अमेरिका जा चुका हूं और वहां भी अमेरिकियों को कम से कम 8-10 बार ऐसा करते देखा है, तो इसे सामान्य घटना मानें”। वहीं, एक अन्य यूज़र ने लिखा, “यह सिर्फ भारत का मामला नहीं है, दुनिया के कई देशों में ऐसी घटनाएं होती हैं। यदि आप दुनिया भर में यात्रा करेंगे, तो आपको यह समझ में आ जाएगा”।

भारतीय समाज की प्रतिस्पर्धी प्रकृति

कुछ यूज़र्स ने भारतीय समाज की प्रतिस्पर्धी प्रकृति को जिम्मेदार ठहराया। एक यूज़र ने कहा, “भारतीय समाज बहुत प्रतिस्पर्धी है और लोग हमेशा पहले पहुंचने की कोशिश करते हैं, यही कारण है कि ऐसा होता है”। उन्होंने इस प्रकार की आदतों को समाज के दबाव और मानसिकता से जोड़कर देखा।

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