Mumbai Weather: मुंबई में बढ़ती गर्मी और हीटस्ट्रोक का खतरा, BMC की खास टिप्स!

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Mumbai Weather: नई दिल्ली, मुंबई में इन दिनों भीषण गर्मी का सामना किया जा रहा है। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104 डिग्री फ़ारेनहाइट) से ऊपर पहुंच चुका है। इस अत्यधिक गर्मी के कारण लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें निर्जलीकरण, गर्मी से थकावट, और हीटस्ट्रोक जैसी समस्याएँ शामिल हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए एक तत्काल हीटवेव सलाह जारी की है, ताकि शहरवासी इस खतरनाक मौसम से बच सकें।

हीटवेव क्या है और क्यों है यह खतरनाक?

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हीटवेव तब होती है जब तापमान सामान्य से ज्यादा बढ़ जाता है, और यह गर्मी एक लंबे समय तक बनी रहती है। मुंबई की आर्द्र जलवायु इसे और भी खतरनाक बना देती है। आर्द्रता के कारण पसीना शरीर से बाहर नहीं निकल पाता और शरीर को ठंडा करने में परेशानी होती है, जिससे शरीर में पानी की कमी और थकावट होती है।

हीटवेव के प्रमुख लक्षण

हीटवेव के दौरान लोग अक्सर निर्जलीकरण, चक्कर आना, मतली, और गर्मी से ऐंठन जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है, जैसे कि हीटस्ट्रोक, जो जीवन के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

हाइड्रेटेड रहना है सबसे जरूरी

BMC ने अपनी सुरक्षा सलाह में यह प्रमुख सलाह दी है कि हमें हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए रोजाना कम से कम 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए। इसके अलावा, इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने के लिए ORS (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन), नारियल पानी, या नींबू पानी का सेवन करें। शराब, कैफीन, और सोडा से बचें क्योंकि ये डिहाइड्रेशन को बढ़ाते हैं।

हल्के कपड़े पहनें और धूप से बचें

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गर्मी से बचने के लिए BMC ने सलाह दी है कि लोग हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। बाहर जाते समय धूप का चश्मा, टोपी और छाता लगाना चाहिए। सनबर्न से बचने के लिए SPF 30+ सनस्क्रीन का प्रयोग करें।

गर्मी के चरम घंटों में बाहर जाने से बचें

सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक सूरज की गर्मी सबसे अधिक होती है, और इस समय को घर में रहकर बिताना चाहिए। अगर बाहर जाना बहुत जरूरी हो, तो छाया में रहें और ठंडी जगहों पर आराम करें।

घर में ठंडक बनाए रखें

घर में गर्मी से बचने के लिए पर्दे, ब्लाइंड, और रिफ्लेक्टिव कवर का इस्तेमाल करें। पंखे और एयर कंडीशनर का उपयोग करें ताकि हवा का संचार बेहतर हो। पानी की बाल्टी खिड़की के पास रखने से हवा में नमी भी बनी रहती है।

कार्यस्थल पर सावधानी बरतें

बाहर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए नियोक्ता को छायादार विश्राम क्षेत्र सुनिश्चित करना चाहिए और पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। इस दौरान कार्य समय में भी बदलाव किया जा सकता है, ताकि कर्मचारी अत्यधिक गर्मी से बच सकें।

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हीटस्ट्रोक के लक्षण पहचानें

हीटस्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है, और इसके लक्षणों में चक्कर आना, उलझन, गर्म, सूखी त्वचा, और तेज़ दिल की धड़कन शामिल हैं। अगर किसी में ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत उसे ठंडी जगह पर रखें और चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।

बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की सुरक्षा

BMC ने यह भी कहा है कि बच्चों, बुजुर्गों, और पालतू जानवरों को गर्मी से बचाना बेहद जरूरी है। पार्क की गई गाड़ियों में बच्चों और जानवरों को न छोड़ें, क्योंकि अंदर का तापमान बहुत जल्दी खतरनाक हो सकता है।

जल स्टेशन और जागरूकता अभियान

मुंबई में गर्मी से संबंधित आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर जल स्टेशन स्थापित किए हैं, जहां लोग मुफ्त में पानी ले सकते हैं। इसके अलावा, हीटवेव सुरक्षा के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

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