नई दिल्ली, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान में होने वाले मुकाबलों में बल्लेबाजों के हावी रहने की संभावना है। कराची, लाहौर और रावलपिंडी जैसे मैदानों पर पिछले कुछ वर्षों में वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा औसत स्कोर दर्ज किए गए हैं। 2021 से अब तक पाकिस्तान में खेले गए वनडे मैचों में बल्लेबाजों का औसत 35.53 रहा है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। हाल ही में संपन्न त्रिकोणीय श्रृंखला में भी 300+ के स्कोर कई बार देखने को मिले, जिससे साफ है कि गेंदबाजों को यहां अपनी रणनीति के साथ उतरना होगा।
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के लिए असली परीक्षा
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दक्षिण अफ्रीका के सफेद गेंद के गेंदबाजी कोच एंटोन रॉक्स ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान की परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होंगी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बल्लेबाजी का दबदबा रहा है, लेकिन टीम इस चुनौती के लिए तैयार है। दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर Keshav Maharaj ने भी कराची में प्रेस से बात करते हुए कहा कि यह उनके गेंदबाजी आक्रमण के कौशल को परखने का बेहतरीन मौका है।
Keshav Maharaj ने बताई अपनी रणनीति
Keshav Maharaj ने कहा,
“यह हमारी गेंदबाजी लाइन-अप के स्तर को परखने और बड़े स्कोर को डिफेंड करने की बेहतरीन परीक्षा है। आजकल 320 का स्कोर पहले बल्लेबाजी करते समय सामान्य हो गया है, और हमें अपनी रणनीति उसी के अनुसार बनानी होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में पिचें बहुत ज्यादा टर्न नहीं देतीं, इसलिए स्पिनर्स को गति में बदलाव और सटीक लाइन-लेंथ से बल्लेबाजों पर दबाव बनाना होगा।
तेज गेंदबाजों के लिए मुश्किल चुनौती
दक्षिण अफ्रीका ने अपने गेंदबाजी आक्रमण में पांच तेज गेंदबाज और दो विशेषज्ञ स्पिनर शामिल किए हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2021 के बाद से पाकिस्तान में तेज गेंदबाजों ने 44 पारियों में 36.02 की औसत से विकेट लिए हैं, जबकि स्पिनरों का औसत 43.98 रहा है। हालांकि, तेज गेंदबाजों की इकॉनमी 6.02 रही, जो स्पिनर्स की 5.49 इकॉनमी से अधिक है। इसका मतलब यह है कि तेज गेंदबाजों को रन रोकने के लिए अधिक मेहनत करनी होगी।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के लिए शानदार मौका
जबकि गेंदबाजों के लिए यह टूर्नामेंट चुनौतीपूर्ण होगा, दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज इस मौके का भरपूर फायदा उठाना चाहेंगे। कप्तान टेम्बा बावुमा, टोनी डी ज़ोरज़ी, रयान रिकेल्टन, रासी वैन डेर डुसेन, एडेन मार्कराम, हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर जैसे स्टार बल्लेबाज इस पिच पर रन बरसाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
Keshav Maharaj ने कहा,
“हमारे बल्लेबाज परिस्थितियों से काफी खुश हैं, लेकिन वे जानते हैं कि रन बनाने के लिए मेहनत करनी होगी। यह सिर्फ मैदान में उतरकर चौके-छक्के जड़ने का खेल नहीं होगा, बल्कि सही रणनीति अपनाने की जरूरत होगी।”