Ravi Kumar Movie Box Office Collection: नई दिल्ली, बॉलीवुड में जबरदस्त एक्शन, दमदार डायलॉग और मसालेदार फिल्मों का क्रेज हमेशा से रहा है। इसी कड़ी में हिमेश रेशमिया अपनी नई फिल्म “Badass Ravi Kumar” लेकर आए हैं, जो एक्शन, ड्रामा और अनलिमिटेड एंटरटेनमेंट से भरपूर है। यह फिल्म उन लोगों के लिए है जो लॉजिक से ज्यादा फुल-ऑन मसाला एंटरटेनमेंट पसंद करते हैं।
जब लॉजिक हो ऑप्शनल, तो मस्ती होती है डबल!
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फिल्म की शुरुआत होती है रज़ा मुराद की दमदार आवाज़ से, जो दर्शकों को पहले ही साफ कर देता है कि “यहां लॉजिक ऑप्शनल है, सिर्फ मनोरंजन पर ध्यान दें।” यानी, अगर आप फिल्म में लॉजिक खोजने आए हैं, तो बेहतर होगा कि एन्जॉय करने पर फोकस करें।
हिमेश रेशमिया का किरदार रवि कुमार एक ऐसा पुलिस ऑफिसर है, जो नियम-कायदों से नहीं चलता। अगर कोई अपराधी कानून के शिकंजे से बच जाए, तो रवि उसे अपने स्टाइल में सबक सिखाता है। उसकी एक लाइन तो दर्शकों के लिए खास बन सकती है:
“सुधर जा वरना मर जा!”
स्टार कास्ट और दमदार परफॉर्मेंस
फिल्म में हिमेश रेशमिया के अलावा प्रभुदेवा, कीर्ति कुल्हारी, सनी लियोनी, संजय मिश्रा, प्रशांत नारायण और जॉनी लीवर जैसे कलाकार हैं, जो अपने किरदारों में पूरी जान डालते हैं।
सनी लियोनी का किरदार छोटा है, लेकिन उनके आत्मविश्वास से भरे डायलॉग्स दर्शकों को आकर्षित कर सकते हैं।
प्रभुदेवा ने विलेन “खतरनाक कार्लोस” का किरदार निभाया है, जो सिर्फ खतरनाक ही नहीं बल्कि स्टाइलिश भी है।
कीर्ति कुल्हारी ने अपनी भूमिका को बहुत अच्छे से निभाया है, हालांकि कई जगह उनकी मौजूदगी थोड़ी जबरदस्ती लगती है।
हिमेश रेशमिया: एक्टर बनने की ज़िद या जुनून?
हिमेश रेशमिया की ये फिल्म एक और उदाहरण है कि वह खुद को सिर्फ एक म्यूजिक कंपोजर तक सीमित नहीं रखना चाहते। यह बात साफ है कि भले ही उन्हें इंडस्ट्री में बतौर एक्टर ज्यादा तवज्जो न मिली हो, लेकिन उनकी आत्म-प्रेरणा और कॉन्फिडेंस देखने लायक है।
फिल्म में एक सीन है जहां रवि कुमार अपने सुपरस्टार अंदाज में विलेन का खात्मा करता है और कहता है:
“मैं तुझे जिंदा नहीं छोड़ूंगा!”
ऐसे डायलॉग्स फिल्म को 80-90 के दशक की पुरानी मसाला फिल्मों जैसी वाइब देते हैं, जो कुछ दर्शकों को काफी पसंद आएगी।
एक्शन, डांस और जबरदस्त म्यूजिक
फिल्म में हिमेश रेशमिया ने अपना ट्रेडमार्क म्यूजिक भी डाला है। “ताजमहल” जैसे गाने और बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की अपील को और बढ़ाते हैं। वहीं, प्रभुदेवा के आइकॉनिक डांस मूव्स भी एक्शन सीन्स के बीच देखने को मिलते हैं, जो दर्शकों के लिए एक बोनस साबित होंगे।
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फिल्म की कमजोरियां
हर फिल्म की कुछ खासियतें होती हैं और कुछ कमजोरियां भी। Badass Ravi Kumar की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी लंबाई है।
- इंटरवल के बाद फिल्म कई जगह खिंची हुई लगती है।
- कुछ गाने जबरदस्ती डाले गए लगते हैं, जो फिल्म की स्पीड को स्लो कर देते हैं।
- बाकी किरदारों की गहराई कम रखी गई है, जिससे फिल्म सिर्फ “रवि कुमार शो” बनकर रह जाती है।
फिल्म में दमदार सामाजिक संदेश भी!
फिल्म सिर्फ एक्शन और एंटरटेनमेंट तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इसमें कुछ दमदार सामाजिक संदेश भी देखने को मिलते हैं।
एक सीन में जब एक अपराधी कहता है कि लड़कियों को घर में रहना चाहिए ताकि वे सुरक्षित रहें, तब रवि कुमार गुस्से में जवाब देता है:
“नीयत खुद की ख़राब है, और घूंघट औरत डाले!”
यह डायलॉग दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है कि असल समस्या महिलाओं की सुरक्षा से ज्यादा पुरुषों की मानसिकता है।
देखनी चाहिए या नहीं?
अगर आप तगड़ा एक्शन, दमदार डायलॉग्स और मसाला एंटरटेनमेंट पसंद करते हैं, तो “Badass Ravi Kumar” आपके लिए परफेक्ट फिल्म है। लेकिन अगर आप लॉजिक और गंभीर सिनेमा के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपको थोड़ी ओवर-द-टॉप लग सकती है।