नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट में हाल ही में एक विवादास्पद मामला सामने आया, जिसमें आर अश्विन ने Harshit Rana को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में मैदान में उतारे जाने पर सवाल उठाए। यह मामला उस समय सामने आया जब पुणे में खेले गए एक टी20 मैच में शिवम दुबे के सिर में चोट लगने के बाद Harshit Rana को उनके विकल्प के रूप में मैदान पर लाया गया था। इस घटना पर अश्विन ने मैच अधिकारियों की आलोचना करते हुए इसे ‘शुद्ध क्रिकेट संबंधी गलत अनुमान’ करार दिया है।
Harshit Rana का कन्कशन सब्स्टीट्यूट मामला
शिवम दुबे के सिर पर चोट लगने के बाद, उन्हें मैदान से बाहर किया गया और Harshit Rana को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में लाया गया। हालांकि, यह कदम आईसीसी के नियमों के तहत ठीक नहीं था, क्योंकि ‘जैसे के बदले जैसा’ प्रतिस्थापन की आवश्यकता होती है, और Harshit Rana एक तेज गेंदबाज थे, जबकि दुबे एक ऑलराउंडर थे। इस फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए, और इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
अश्विन ने किया मैच अधिकारियों पर निशाना
आर अश्विन ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह घटना आईपीएल मैच की तरह लग रही थी, जिसमें खिलाड़ी के स्थान पर एक प्रभावशाली खिलाड़ी को लाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से क्रिकेट की गलत गणना थी, जो मैच अधिकारियों या रेफरी की ओर से हुई। अश्विन ने इस बारे में भी बात की कि इससे पहले रवींद्र जडेजा को भी एक कन्कशन चोट के बाद युजवेंद्र चहल के द्वारा बदला गया था, लेकिन वह कम से कम एक स्पिनर के रूप में थे।
रमनदीप सिंह को क्यों नहीं लाया गया?
अश्विन ने यह भी कहा कि इस स्थिति में रमनदीप सिंह को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में लाया जाना चाहिए था, क्योंकि वह एक ऑलराउंडर हैं और दुबे के स्थान के लिए सबसे उपयुक्त थे। उन्होंने हैरानी जताई कि मैच अधिकारियों ने रमनदीप को बाहर बैठाकर Harshit Rana को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में उतारने की अनुमति दी। अश्विन ने जोर देकर कहा कि भविष्य में इस नियम पर कड़ी नजर रखी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी गलतियाँ ना हों।
Harshit Rana का प्रभावशाली प्रदर्शन
Harshit Rana ने इस विवाद के बावजूद खेल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने 4 ओवरों में 33 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिसमें जोस बटलर को आउट करने के लिए शानदार कैच भी लिया। उनका प्रदर्शन मैच पर प्रभाव डालने में सफल रहा और भारतीय टीम को एक अहम जीत दिलाने में मदद की। हालांकि, अश्विन ने यह भी कहा कि यह प्रदर्शन नियमों के सही पालन से उत्पन्न नहीं हुआ था।
क्या इस मामले से नियमों में बदलाव होगा?
इस पूरे मामले ने क्रिकेट की कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियमों को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है। जबकि Harshit Rana का प्रदर्शन बहुत अच्छा था, यह सवाल उठता है कि क्या कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियमों में बदलाव की आवश्यकता है। यह निश्चित रूप से एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर क्रिकेट प्रशासन को ध्यान देना होगा।