Eid Ul Fitr 2022: परेशानियां तमाम, ऐसे में लोगों के लिए खुशी लाई ईद
काहिरा, 02 मई। हर ईद-उल-फितर के दिन, मोना अबुबकर के निवास से ताजा सिके हुए बिस्कुट और कुकीज़ की खुशबू चारों तरफ फैल जाती थी लेकिन, इस बार बढ़ती महंगाई की वजह से इस ईद (Eid ul Fitr 2022) पर मोना ने अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों को बांटने के लिए मिठाइयां कम बनाई हैं। 3 बच्चों की मां मोना अबुबकर ने इस ईद पर अपने बेटों के लिए 3 दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल के लिए नए कपड़े भी बहुत कम लिए हैं।
Eid ul Fitr 2022 सोमवार से शुरू
ईद-उल-फितर (Eid ul Fitr 2022) का त्योहार मिस्र और कई मुस्लिम देशों में आज, सोमवार से आरम्भ हुआ, जो इस्लामिक पाक महीने रमजान की समाप्ति का प्रतीक है। इस वर्ष यूक्रेन में युद्ध के कारण खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण, ईद का जश्न कई जगहों पर फीका दिखा। इसके अलावा कुछ लोग कोरोना वायरस की पाबंदियों से छूट मिलने के बाद दिल खोलकर त्यौहार का जश्न मनाना चाहते हैं, तो कई लोग आर्थिक मंदी से दुखी हैं।
मोना अबुबकर कहती हैं, मैंने अपने बच्चों से कहा कि कुछ चीजों को लेकर समझौता करें, ताकि हम बाकी की चीजें कर पाएं।
इस्तिकलाल ग्रैंड मस्जिद में नमाज़ अता
सोमवार सुबह हजारों मुसलमानों ने दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद में नमाज़ अदा की। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में स्थित इस्तिकलाल ग्रैंड मस्जिद को कोविड-19 महामारी के कारण 2020 में बंद कर दिया गया था और 2021 में भी सामूहिक तौर पर नमाज अदा करने पर मनाही थी।
जकार्ता मस्जिद में एक नमाजी, इपी तानजुंग कहा, ‘‘खुशी बयां करने के लिए शब्द नहीं है, मैं यहां आज 2 साल बाद आया हूं… कोविड महामारी के कारण यहां नहीं आ पाया था।’’
सीरिया में मनाई गई ईद
इस साल, सीरिया के विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिमी प्रांत इदलिब में रमज़ान का महीना जनता के लिए पहले की अपेक्षा मुश्किलों भरा रहा। अबेद यासीन ने कहा कि उन्हें, उनकी पत्नी और 3 बच्चों को इस वर्ष सामान, पिछले साल की अपेक्षा आधी मात्रा में ही प्राप्त हुआ, इसमें छोले, दाल, चावल और खाना पकाने का तेल आदि शामिल है।
सीरिया की अर्थव्यवस्था पश्चिमी प्रतिबंधों, युद्ध, भ्रष्टाचार और पड़ोसी लेबनान में आर्थिक मंदी के कारण प्रभावित हुई है। सीरियाई लोगों के कई अरब डॉलर लेबनान के बैंकों में फंसे हुए हैं।
गाजा पट्टी में स्थिति मुश्किलों भरी
बात करें गाजा पट्टी की तो सड़कों और बाजारों में कुछ हलचल दिखाई दी हालांकि कई लोगों ने कहा कि वे ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर सकते।
गाजा पट्टी क्षेत्र में एक बाजार में आई 5 बच्चों की मां उम मुसाब ने कहा कि, ‘‘स्थिति काफी मुश्किलों भरी है।’’ एक अन्य व्यक्ति अल-मधौनी ईद की कुकीज़ बनाने के लिए खजूर का पेस्ट, आटा और तेल खरीदने बाज़ार पहंचे थे और उन्होन कहा कि आर्थिक हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हम खुशी से त्योहार मनाने को प्रतिबद्ध हैं।’’
यूक्रेन युद्ध के कारण फलस्तीनी के क्षेत्र में स्थिति पहले ही खराब थी लेकिन अब हमास को अलग करने के लिए इज़राइल और मिस्र की कड़ी पाबंदियों से हालात बद से बदतर हो गए हैं।
तालिबान के साथ पहली ईद
इसके अलावा, तालिबान के सत्ता कब्जाने के बाद अफगानिस्तान में पहली ईद (Eid ul Fitr 2022) मनाई जा रही है। जनता कड़ी सुरक्षा के साथ रविवार को नमाज़ के लिए काबुल की बड़ी मस्जिदों में पहुंचे।
लेकिन, कई विस्फोटों से ईद का जश्न कुछ फीका जरूर पड़ा है। इनमें कई घातक बम विस्फोट शामिल थे, जिनमें से अधिकांश इस्लामिक स्टेट से संबधित लोगों ने किए।
समुदाय के नेता डॉ. बकर सईद ने ईद से पहले कहा, ‘‘हम दिखाना चाहते हैं, कि वे हमें झुका नहीं सकते। हम आगे बढ़ते रहेंगे।’’