नई दिल्ली, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज Cooper Connolly ने एक अहम मौके पर अपनी जगह बनाई है। चोटिल मैथ्यू शॉर्ट के स्थान पर उन्हें इस मैच के लिए टीम में शामिल किया गया। Cooper Connolly, जिनकी उम्र 21 साल है, एक युवा ऑलराउंडर हैं, जो बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और दाएं हाथ से ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी करते हैं। उनका यह कदम न केवल उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के लिए इस महत्वपूर्ण मुकाबले में उनका प्रदर्शन बहुत मायने रखता है।
Cooper Connolly की क्रिकेट यात्रा
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Cooper Connolly की क्रिकेट यात्रा घरेलू क्रिकेट से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के इस युवा खिलाड़ी ने 2023 में घरेलू क्रिकेट में पदार्पण किया और उसके बाद बिग बैश लीग (बीबीएल) में पर्थ स्कॉर्चर्स की टीम का हिस्सा बने। यहां से उनके करियर ने तेजी से रफ्तार पकड़ी और उन्होंने कई शानदार पारियां खेली, जिससे चयनकर्ताओं ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में मौका दिया।
बिग बैश लीग में शानदार प्रदर्शन
बीबीएल में Cooper Connolly का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है। उन्होंने इस लीग के 27 मैचों में 38.46 की औसत और 136.72 की स्ट्राइक रेट से 577 रन बनाये। उनका स्ट्राइक रेट और रन बनाने की क्षमता उन्हें एक खतरनाक बल्लेबाज बनाता है। इस प्रदर्शन ने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई सफेद गेंद वाली टीम में जगह दिलाई। इसके बाद, उन्होंने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया और 2025 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में भी कदम रखा।
Cooper Connolly के आँकड़े: एक बहुमुखी खिलाड़ी
Cooper Connolly के आंकड़े बताते हैं कि वे हर प्रारूप में एक बहुमुखी खिलाड़ी हैं। टी20 में उन्होंने 27 मैचों में 577 रन बनाये हैं, जबकि उनका स्ट्राइक रेट 136.72 है। 50 ओवर के प्रारूप (लिस्ट ए) में भी वे प्रभावी रहे हैं, जहां उन्होंने 9 मैचों में 75.00 की स्ट्राइक रेट के साथ 117 रन बनाये हैं।
गेंदबाज के रूप में भी कूपर ने 27 टी20 मैचों में 12 विकेट लिये हैं, जिनमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/25 रहा है। उनकी इकॉनमी रेट 7.47 है, जो दर्शाता है कि वे रन फ्लो को नियंत्रित करने में सक्षम हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके गेंदबाजी आंकड़े अभी तक प्रभावशाली नहीं रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अभी तक वनडे, टेस्ट या टी20ई में कोई विकेट नहीं लिया है।
चैलेंजेस और कूपर की उम्मीदें
चाहे गेंदबाजी में अभी उनके आंकड़े सीमित हों, लेकिन कूपर कोनोली के लिए यह चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल एक बड़ा मौका है। इस मैच में उनका सलामी बल्लेबाज के तौर पर प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभा सकता है। वे एक युवा खिलाड़ी हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका यह पहला बड़ा अवसर है। इस मुकाबले में उनका प्रदर्शन उनके भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।