स्विगी-ज़ोमैटो पर क्यों भड़के बॉम्बे शेविंग कंपनी के सीईओ Shantanu Deshpande?
नई दिल्ली, आज के दौर में फास्ट फूड और तेजी से डिलीवरी होने वाले खाद्य पदार्थ लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुके हैं। बॉम्बे शेविंग कंपनी के संस्थापक और सीईओ Shantanu Deshpande ने इस प्रवृत्ति को लेकर गहरी चिंता जताई है। उनके मुताबिक, “डिलीवरी का समय 8 मिनट और खाना पकाने का समय 2 मिनट” जैसे ट्रेंड्स भारतीय समाज को स्वास्थ्य के गंभीर खतरे की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर पोस्ट कर इस मुद्दे को उठाया।
अनहेल्दी फूड और पोषण की कमी
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Shantanu Deshpande का मानना है कि आज के फास्ट फूड में पोषण का भारी अभाव है। उन्होंने बताया कि इन फूड प्रोडक्ट्स में पाम ऑयल और चीनी की मात्रा अत्यधिक होती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले 50 वर्षों में हमारे अनाज की गुणवत्ता और पोषण में भारी गिरावट आई है। इसके पीछे कृषि में उत्पादकता को प्राथमिकता देने की सोच जिम्मेदार है।
जंक फूड की बढ़ती लत
Shantanu Deshpande ने 49 रुपये के पिज्जा, 30 रुपये के बर्गर और सस्ते एनर्जी ड्रिंक्स जैसे खाद्य पदार्थों पर विशेष ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि ये चीजें हमें स्वास्थ्य समस्याओं के साथ आर्थिक रूप से भी कमजोर कर रही हैं। उन्होंने इस स्थिति की तुलना अमेरिका और चीन जैसे देशों से की, जहां जंक फूड की खपत स्वास्थ्य के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है।
फूड डिलीवरी कंपनियों को सुझाव
Shantanu Deshpande ने फूड डिलीवरी कंपनियों जैसे ज़ोमैटो, स्विगी और ज़ेप्टो को भी संबोधित किया। उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे ग्राहकों को बेहतर और पोषणयुक्त विकल्प प्रदान करें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 10 मिनट में गुणवत्तापूर्ण और स्वादिष्ट खाना उपलब्ध कराया जा सके, तो यह बड़ी सफलता होगी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
Shantanu Deshpande की इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा बटोरी। कई लोगों ने उनकी बातों से सहमति जताई और फास्ट फूड की लत से दूर रहने की सलाह दी। एक व्यक्ति ने लिखा, “आप बिल्कुल सही कह रहे हैं।” वहीं, कुछ ने इस समस्या को हल करने के लिए सख्त नियमों और नियमित टेस्टिंग की बात की।
घर का खाना है समाधान
Shantanu Deshpande ने अपने पोस्ट के अंत में लोगों से घर का बना खाना खाने की सलाह दी। उन्होंने लिखा, “आप वही हैं, जो आप खाते हैं। आंत आपके शरीर का केंद्र है, इसे स्वस्थ रखना आपकी जिम्मेदारी है।” उन्होंने नियामकों से इस बढ़ते चलन पर सख्त निगरानी रखने की अपील की।