Harsha Richharia ने साध्वी बनने का दावा क्यों किया खारिज? जानिए उनका सच!
Harsha Richharia: नई दिल्ली, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु और साधु-संत जुटे हैं। इस बीच, एक साध्वी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। यह तस्वीरें न केवल लोगों के बीच चर्चा का विषय बनीं, बल्कि इस साध्वी की पहचान को लेकर भी सवाल उठने लगे। इस ‘सुंदर साध्वी’ को लेकर सोशल मीडिया पर भारी चर्चा हो रही थी, लेकिन अब खुद उन्होंने इस मामले में खुलासा किया है कि वे साध्वी नहीं हैं।
‘सुंदर साध्वी’ कौन हैं?
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महाकुंभ के दौरान, Harsha Richharia नाम की एक युवती की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। गले में पीत वस्त्र, रुद्राक्ष माला, माथे पर तिलक और भक्ति भाव में डूबी हर्षा को लोग साध्वी के रूप में पहचान रहे थे। उनकी तस्वीरों और वीडियो ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया और सोशल मीडिया पर उन्हें ‘सुंदर साध्वी’ का उपनाम मिल गया। हर्षा के चेहरे पर एक विशेष आभा थी, जिसने उन्हें साध्वी की पहचान दिलाई।
साध्वी होने का दावा नहीं किया: हर्षा का स्पष्टीकरण
जब सोशल मीडिया पर हर्षा के साध्वी होने की अफवाहें फैलने लगीं, तो उन्होंने खुद इस बारे में सफाई दी। Harsha Richharia ने एक साक्षात्कार में कहा, “मैंने कभी खुद को साध्वी नहीं बताया। मैं अब भी साध्वी नहीं हूं।” हर्षा ने साफ किया कि उन्होंने केवल मंत्र दीक्षा ली है और वे सनातन संस्कृति और धर्म की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वे एक अभिनेता, एंकर और मॉडल रही हैं, और उन्होंने कभी साध्वी बनने का दावा नहीं किया।
हर्षा की जीवन यात्रा: मॉडलिंग से साधना तक
Harsha Richharia का जीवन एक दिलचस्प सफर रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग और एंकरिंग से की थी। इसके बाद, वह अभिनय की दुनिया में भी कदम रख चुकी हैं। हर्षा ने कहा कि उनका धर्म और संस्कृति की ओर बढ़ना एक प्राकृतिक यात्रा थी। उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यक्ति अपनी तकदीर से भटके हुए होते हुए भी सही रास्ते पर चलता है, वह अंततः अपनी मंजिल तक पहुंच ही जाता है। हर्षा का मानना है कि धर्म और संस्कृति के प्रति उनका प्रेम स्वाभाविक रूप से विकसित हुआ है।
सोशल मीडिया पर बहस और अफवाहें
Harsha Richharia के साध्वी होने की खबरों ने सोशल मीडिया पर हलचल मचाई। लोग उनकी तस्वीरों और वीडियो को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे थे। हालांकि, हर्षा ने इन सभी अफवाहों को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि वे साध्वी नहीं हैं। इसके बावजूद, उनके बारे में चर्चा और बहस जारी रही। कुछ लोग उनकी तस्वीरों और वीडियो को सकारात्मक रूप से देख रहे थे, जबकि कुछ ने उनका मजाक उड़ाया।
क्या है हर्षा का अगला कदम?
Harsha Richharia ने साफ किया है कि उनका उद्देश्य केवल सनातन संस्कृति और धर्म की ओर बढ़ना है, और वे इस दिशा में अपने कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका मानना है कि धर्म से जुड़ने का मतलब यह नहीं है कि किसी को खुद को साध्वी के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए। हर्षा ने यह भी कहा कि वे अपनी यात्रा को सम्मान के साथ आगे बढ़ाएंगी और अपनी पहचान खुद बनाती रहेंगी।