नई दिल्ली, Cheteshwar Pujara, जिनकी क्रिकेट दुनिया में एक अहम पहचान है, भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी और प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। हालांकि, हाल के वर्षों में उनकी भारतीय टेस्ट टीम में उपस्थिति कम हो गई है, लेकिन यह उनका बड़ा योगदान और टीम के लिए किए गए संघर्ष को कभी नहीं नकारता। Pujara, जो 100 से ज्यादा टेस्ट मैचों में हिस्सा ले चुके हैं, एक समय भारतीय टीम के लिए धैर्य और संयम का प्रतीक थे।
Pujara का टेस्ट करियर और उसका प्रभाव
Cheteshwar Pujara ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को एक नई दिशा दी है। उनकी तकनीकी दृढ़ता और स्थिरता ने भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण मैचों में जीत दिलाई। 2019 और 2021 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक टेस्ट श्रृंखलाओं में Pujara का योगदान महत्वपूर्ण था। उन्होंने न केवल मजबूत बल्लेबाजी की, बल्कि विपक्षी गेंदबाजों पर मानसिक दबाव भी डाला, जो जीत के लिए महत्वपूर्ण था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, नए बल्लेबाजों के आ जाने से पुजारा के लिए चुनौतियां बढ़ गईं।
Pujara की टेस्ट टीम से अनुपस्थिति
हालांकि Pujara के लिए टेस्ट क्रिकेट में सफलताओं की कोई कमी नहीं रही, लेकिन उनकी फॉर्म में गिरावट ने भारतीय चयनकर्ताओं को विचार करने पर मजबूर किया। शुबमन गिल और यशस्वी जयसवाल जैसे युवा बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन के कारण Pujara को कुछ समय के लिए टेस्ट टीम से बाहर होना पड़ा। विशेष रूप से विदेशी पिचों पर उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, जिससे उनकी टीम में वापसी मुश्किल हो गई।
Pujara की अंतिम टेस्ट उपस्थिति
Pujara ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जून 2023 में खेला था, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में डब्ल्यूटीसी 2023 का खिताब जीता था। इस मैच में Pujara के लिए हालात अच्छे नहीं रहे। भारत की दोनों पारियों में उनका प्रदर्शन अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं था, जिसमें उन्होंने सिर्फ 14 और 27 रन बनाये। हालांकि, पुजारा को काउंटी क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखा गया, जिससे यह उम्मीद जताई गई कि वह भारतीय टीम में वापस आ सकते हैं।
गौतम गंभीर का Pujara के लिए समर्थन
हालांकि भारतीय टीम के चयनकर्ता ने Pujara को टीम में वापस नहीं लिया, लेकिन भारतीय क्रिकेट के दिग्गज गौतम गंभीर ने रिपोर्ट्स के अनुसार Pujara के टेस्ट टीम में वापसी की मांग की थी। गंभीर चाहते थे कि पुजारा को आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किया जाए, लेकिन यह अनुरोध ठुकरा दिया गया। गंभीर का यह मानना था कि Pujara का अनुभव और उनकी तकनीकी स्थिरता भारतीय टीम के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।
Pujara का भविष्य
Pujara के भविष्य के बारे में कई बातें कही जा रही हैं। हालांकि उनका स्थान वर्तमान में युवा खिलाड़ियों के लिए खाली हो गया है, लेकिन उनका अनुभव और क्रिकेट के प्रति उनका प्यार उन्हें एक और मौका दे सकता है। Pujara ने ससेक्स में काउंटी क्रिकेट खेलते हुए अपने खेल में सुधार करने की कोशिश की है और उम्मीद है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिए और योगदान देंगे।