Balochistan में हाईजैक हुई ट्रेन! 100 से ज्यादा बंधक, सेना पर बड़ा संकट
नई दिल्ली, पाकिस्तान के Balochistan प्रांत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार को एक यात्री ट्रेन को हथियारबंद आतंकियों ने हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे। इस घटना को लेकर Balochistan के अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जिम्मेदारी ली है। बीएलए ने दावा किया है कि ट्रेन को हाईजैक करने के दौरान पाकिस्तान के छह सैन्यकर्मियों की मौत हो गई और 100 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया गया है।
कहां जा रही थी ट्रेन?
Sponsored Ad
हाईजैक हुई ट्रेन पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी Balochistan प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी। लेकिन रास्ते में Balochistan में ही आतंकियों ने ट्रेन पर हमला कर दिया और इसे जबरन रोक लिया। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, रेलवे नियंत्रक मुहम्मद काशिफ ने बताया कि नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में सैकड़ों यात्री सवार थे, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बंधकों की सटीक संख्या कितनी है।
टनल पर रोक दी गई ट्रेन
रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकियों ने “जाफर एक्सप्रेस” नाम की इस ट्रेन को Balochistan में टनल नंबर 8 पर रोक रखा है। बीएलए ने अपने बयान में कहा कि उनके कब्जे में पाकिस्तानी सेना के जवान और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी हैं। हालांकि, महिला, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया गया है।
आतंकियों की धमकी – बात नहीं मानी तो बंधकों की जान खतरे में
बीएलए ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे बंधकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, संगठन ने यह स्पष्ट किया है कि उनका विदेशी यात्रियों को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है।
Balochistan में बढ़ता तनाव – पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती
Balochistan में अलगाववादी बीएलए और पाकिस्तान सरकार के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। बलूच विद्रोही समूह स्वायत्तता और स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं और इसके लिए वे समय-समय पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और सरकारी प्रतिष्ठानों पर हमले करते रहे हैं। हालांकि, ट्रेन को हाईजैक करने की यह घटना पहली बार सामने आई है, जो इस संघर्ष के नए और खतरनाक स्तर तक पहुंचने का संकेत दे रही है।
पाकिस्तान सरकार की चुप्पी, सेना भी शांत
इस घटना को लेकर पाकिस्तान सरकार या सेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह चुप्पी इस बात का संकेत हो सकती है कि पाकिस्तानी प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए किसी गुप्त रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन इससे यह भी साबित होता है कि पाकिस्तान में सुरक्षा हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
क्या होगा बंधकों का भविष्य?
इस समय यह कहना मुश्किल है कि पाकिस्तानी सेना बंधकों को सुरक्षित बचाने में सफल होगी या नहीं। लेकिन बीएलए द्वारा ट्रेन हाईजैक करने की यह घटना निश्चित रूप से पाकिस्तान के लिए एक बड़ी सुरक्षा चुनौती बन चुकी है। अब पूरी दुनिया की नजर इस मामले पर टिकी हुई है।