नई दिल्ली, शनिवार को कर्नाटक के सनसनीखेज बल्लेबाज Smaran Ravichandran ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में विदर्भ के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने न केवल अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण शतक जड़ा, बल्कि अपने बेहतरीन खेल से क्रिकेट प्रेमियों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया। जब कर्नाटक का स्कोर 67/3 था, तब रविचंद्रन ने कड़ी चुनौती के बावजूद टीम को संभाला और शानदार पारी खेली। इस शतक की बदौलत कर्नाटक ने निर्धारित 50 ओवरों में 348/6 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो विदर्भ के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई।
शानदार शतक से कर्नाटक ने उठाई उम्मीदें
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Smaran Ravichandran की शतकीय पारी ने कर्नाटक के खेल को मजबूती प्रदान की। उन्होंने सिर्फ 92 गेंदों में 101 रन बनाए, जिसमें सात चौके और तीन छक्के शामिल थे। जब टीम संकट में थी और नियमित अंतराल पर विकेट गिर रहे थे, तब रविचंद्रन ने पारी को संभालते हुए कर्नाटक के स्कोर को 348 तक पहुंचाया। उनका यह शतक केवल उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन का प्रतीक नहीं था, बल्कि टीम के लिए एक नई उम्मीद भी था। रविचंद्रन ने सेमीफाइनल मुकाबले में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था और 76 रन बनाकर अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया था।
अन्य बल्लेबाजों का भी रहा शानदार योगदान
Smaran Ravichandran के अलावा कर्नाटक के अन्य बल्लेबाजों ने भी इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। अभिनव मनोहर ने 79 रन की शानदार पारी खेली, जबकि कृष्णन श्रीजीत ने 78 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों ने बेहतरीन पावर-हिटिंग का प्रदर्शन किया, जिससे कर्नाटक ने विशाल स्कोर खड़ा किया। कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल ने भी शुरुआत में 31 रन की पारी खेलकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। हालांकि, बाकी बल्लेबाज पारी को लम्बा खींचने में सफल नहीं हो पाए और जल्दी आउट हो गए।
फाइनल मैच में चुनौतीपूर्ण स्कोर का सामना करेगा विदर्भ
कर्नाटक का यह विशाल स्कोर अब विदर्भ के लिए एक कठिन चुनौती बन गया है। कर्नाटक के बल्लेबाजों ने जिस तरह से पावर-हिटिंग का प्रदर्शन किया, उससे विदर्भ को यह मैच जीतने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। कर्नाटक ने कुल मिलाकर एक शानदार टीम प्रदर्शन किया, जिसमें हर बल्लेबाज ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विदर्भ इस चुनौती का सामना कैसे करता है।