Shreya Ghoshal News: नई दिल्ली, श्रेया घोषाल आज भारतीय संगीत जगत की एक अत्यधिक प्रसिद्ध और सम्मानित गायिका हैं। उनके करियर में कई कीर्तिमान हैं और वह आज भी श्रोताओं के दिलों में बसी हुई हैं। श्रेया का नाम उन सिंगर्स में शामिल है जो न केवल अपनी आवाज़ से बल्कि अपनी मेहनत और समर्पण से भी जाना जाती हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि श्रेया घोषाल ने अपने करियर की शुरुआत में ही एक अद्भुत रिकॉर्ड बनाया था? चलिए, जानते हैं उनकी यात्रा की कुछ खास बातें।
बॉलीवुड में डेब्यू: देवदास से एक नई शुरुआत
Sponsored Ad
श्रेया घोषाल ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘देवदास’ (2002) से की थी। इस फिल्म में उन्होंने “बैरी पिया” गीत गाया था, जो न केवल एक हिट साबित हुआ बल्कि उनका नाम भी संगीत प्रेमियों के बीच मशहूर हो गया। “बैरी पिया” के संगीत और श्रेया की मधुर आवाज ने लोगों का दिल छू लिया। इस गीत को गाने के बाद श्रेया को कई पुरस्कार मिले, और उन्होंने साबित कर दिया कि वह संगीत जगत में अपनी जगह बना चुकी हैं।
इतिहास रचने वाली श्रेया घोषाल
श्रेया घोषाल को “बैरी पिया” गाने के लिए बेस्ट फीमेल प्ले बैक सिंगर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। उस समय उनकी उम्र महज 18 वर्ष थी, और इस पुरस्कार के साथ वह सबसे कम उम्र की गायिका बन गई थीं, जिन्होंने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीता था। यह उनका पहला बड़ा सम्मान था, और इसके बाद वह कभी पीछे मुड़कर नहीं देखी। इस सफलता के बाद उनकी आवाज़ ने लगातार सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ, और वह एक बेहतरीन सिंगर के रूप में उभरीं।
श्रेया की आवाज का जादू
संजय लीला भंसाली ने श्रेया को उनकी अद्वितीय आवाज़ के कारण चुना था, और यह सही साबित हुआ। श्रेया घोषाल की आवाज़ में वह विशेषताएँ थीं जो फिल्म ‘देवदास’ में ऐश्वर्या राय के किरदार ‘पारो’ के लिए बिल्कुल उपयुक्त थीं। श्रेया के द्वारा गाए गए गीत “बैरी पिया” में शास्त्रीय संगीत की बारीकियों का सुंदर मेल था, जिसने उन्हें और भी अधिक पहचान दिलाई। इस गीत के बाद श्रेया की आवाज़ भारतीय संगीत जगत का अभिन्न हिस्सा बन गई।
मेलोडी क्वीन के रूप में पहचान
आज श्रेया घोषाल को “मेलोडी क्वीन” के नाम से जाना जाता है। उनकी आवाज़ का जादू हर फिल्म में देखने को मिलता है, और उनके गाने हिट होते हैं। अगर श्रेया घोषाल का गाना किसी फिल्म में होता है, तो यह एक तरह से गाने की सफलता की गारंटी बन जाता है। उनकी आवाज़ में वह गहराई और मधुरता है जो हर गीत को खास बना देती है। यही कारण है कि श्रेया घोषाल को अब तक कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्मफेयर अवॉर्ड्स और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
आज भी कायम है श्रेया का राज
श्रेया घोषाल का करियर हर नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है। वह न केवल अपने संगीत के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि उनकी सच्चाई और मेहनत भी हर किसी को प्रेरित करती है। श्रेया का सफर बताता है कि अगर सच्ची मेहनत और लगन से काम किया जाए तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।