नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट में दो सबसे बड़े नाम – सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की तुलना अक्सर होती रहती है। दोनों ने अपनी शानदार पारियों से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है। लेकिन क्या इन दो दिग्गजों की तुलना करना सही है? इस पर पूर्व भारतीय कप्तान Sunil Gavaskar ने अपनी बेबाक राय दी है। उन्होंने साफ कहा कि दो अलग-अलग युगों के खिलाड़ियों की तुलना करना उचित नहीं है।
तुलना करना सही नहीं – Sunil Gavaskar
Sponsored Ad
Sunil Gavaskar ने सचिन और विराट की तुलना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“मैं कभी भी दो अलग-अलग युगों के खिलाड़ियों की तुलना नहीं करूंगा, क्योंकि खेलने की परिस्थितियां अलग होती हैं, पिचें अलग होती हैं, और विरोधी भी अलग होते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ियों की तुलना करना क्रिकेट प्रेमियों की एक सामान्य प्रवृत्ति है, लेकिन यह सही नहीं है। हर खिलाड़ी अपने दौर में महान होता है और उसे वैसे ही स्वीकार किया जाना चाहिए।
क्या केवल भारतीय उपमहाद्वीप में होती है तुलना?
Sunil Gavaskar ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा कि यह तुलना केवल भारतीय उपमहाद्वीप में ही की जाती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी ने कभी रिकी पोंटिंग और ग्रेग चैपल की तुलना की है? इसका जवाब शायद ‘नहीं’ होगा। गावस्कर के अनुसार, विदेशी क्रिकेट में ऐसी बहस कम ही देखने को मिलती है।
सचिन और विराट – आंकड़ों की जुबानी
अगर क्रिकेट के आँकड़ों की बात करें, तो सचिन तेंदुलकर के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं, जिनमें से 49 वनडे और 51 टेस्ट में आए हैं। उन्होंने कुल 34,357 रन बनाए हैं, जो एक अविश्वसनीय रिकॉर्ड है।
दूसरी ओर, विराट कोहली भी अपने शानदार करियर में पीछे नहीं हैं। विराट कोहली ने अब तक 82 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए हैं, जिसमें 51 वनडे, 30 टेस्ट और 1 टी20 शतक शामिल हैं। उन्होंने अब तक कुल 27,503 रन बनाए हैं।
क्या सचिन से आगे निकल सकते हैं विराट?
विराट कोहली की फिटनेस और निरंतरता को देखते हुए यह माना जा सकता है कि वह सचिन तेंदुलकर के कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। खासकर 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने के बेहद करीब हैं। लेकिन Sunil Gavaskar की राय में, विराट और सचिन दोनों ही महान खिलाड़ी हैं और उनकी तुलना करने के बजाय, उनके खेल का आनंद लेना चाहिए।