नई दिल्ली, भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में शानदार खेल दिखाया। विकेटकीपर Richa Ghosh ने स्टंप के पीछे अपनी फुर्ती और स्मार्टनेस का परिचय देते हुए महत्वपूर्ण डीआरएस का उपयोग किया, जिससे फोबे लिचफील्ड का महत्वपूर्ण विकेट गिरा। यह विकेट भारतीय टीम की शानदार वापसी का एक अहम पल साबित हुआ।
भारतीय टीम की गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया की दमदार शुरुआत पर लगाम
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। शुरुआत में, ऑस्ट्रेलिया की जॉर्जिया वोल और फोबे लिचफील्ड ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिए 58 रन जोड़े। भारतीय टीम पर दबाव बढ़ रहा था, लेकिन गेंदबाज अरुंधति रेड्डी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वोल और लिचफील्ड को जल्दी-जल्दी पवेलियन भेज दिया।
Richa Ghosh की चतुराई ने लिया डीआरएस का सही निर्णय
फोबे लिचफील्ड का विकेट भारतीय टीम के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हुआ। ग्यारहवें ओवर में, अरुंधति रेड्डी ने ऑफ स्टंप के बाहर एक बेहतरीन लेंथ की गेंद फेंकी, जिसे लिचफील्ड कट करने की कोशिश कर रही थीं। गेंद हल्के से बल्ले का किनारा लेते हुए ऋचा घोष के पास पहुंची। हालांकि, मैदानी अंपायर ने लिचफील्ड को नॉट आउट दिया।
Richa Ghosh ने तुरंत अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर को डीआरएस लेने की सलाह दी। रीप्ले में साफ दिखा कि गेंद बल्ले से लगी थी, और अंपायर को अपना निर्णय बदलना पड़ा। ऋचा की इस फुर्ती और सटीक फैसले से भारतीय टीम को बेहद जरूरी विकेट मिला।
अनुभवी बल्लेबाजों ने संभाली ऑस्ट्रेलिया की पारी
लिचफील्ड के आउट होने के बाद, एलीस पेरी और बेथ मूनी ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभालने की कोशिश की। अनुभवी मूनी और पेरी ने संयम दिखाते हुए रन बनाने की शुरुआत की। मैच के इस मोड़ पर भारतीय गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा।
भारतीय टीम की रणनीति ने दिखाया असर
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत बल्लेबाजी के सामने भारतीय गेंदबाजों ने संयमित प्रदर्शन किया। Richa Ghosh की फुर्ती और अरुंधति रेड्डी की सटीक गेंदबाजी ने दिखाया कि भारतीय टीम रणनीति के साथ मैदान में उतरी है। यह प्रदर्शन निश्चित तौर पर टीम के आत्मविश्वास को और बढ़ाएगा।