PM Modi की श्रीलंका यात्रा: क्या होगी भारत-श्रीलंका रिश्तों की नई दिशा?

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नई दिल्ली, भारत और श्रीलंका के बीच कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए PM नरेंद्र मोदी अगले महीने की शुरुआत में श्रीलंका का दौरा करेंगे। यह यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पिछले साल राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके की भारत यात्रा के दौरान किए गए समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए होगी। श्रीलंका की विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने इस यात्रा की पुष्टि की है और बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा में कई महत्वपूर्ण समझौते होने की संभावना है।

भारत और श्रीलंका के बीच घनिष्ठ संबंध

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भारत और श्रीलंका के रिश्ते समय-समय पर मजबूत होते रहे हैं। विदेश मंत्री हेराथ ने बताया कि श्रीलंका और भारत के रिश्ते काफी घनिष्ठ हैं, और श्रीलंका की पहली कूटनीतिक यात्रा भारत की ही रही थी। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने कई द्विपक्षीय सहयोग पर समझौते किए थे, जो अब PM मोदी की आगामी यात्रा के दौरान अंतिम रूप प्राप्त करेंगे। यह भारत और श्रीलंका के बीच सहयोग को और बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान एक और महत्वपूर्ण आयोजन होगा, जो है सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन। इस परियोजना के अंतर्गत पूर्वी त्रिंकोमाली जिले के सामपुर शहर में 135 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र बनाया जाएगा। इस परियोजना में भारत की प्रमुख ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी और श्रीलंका की सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (सीईबी) ने साझेदारी की है। यह परियोजना श्रीलंका के लिए ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक नई दिशा का उद्घाटन करेगी और ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग को और मजबूत करेगी।

भारत के प्रति श्रीलंका की सकारात्मक नीति

श्रीलंका की सरकार ने भारत के प्रति अपनी सकारात्मक नीति को हमेशा प्राथमिकता दी है। विदेश मंत्री हेराथ ने कहा कि नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) सरकार के तहत भारत के साथ कई परियोजनाएं चल रही हैं, जिनसे श्रीलंका को कई लाभ हुए हैं। इससे यह साफ है कि श्रीलंका अपनी विदेश नीति में तटस्थ रहते हुए अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देता है, और भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाना चाहता है।

पीएम मोदी की श्रीलंका यात्रा का महत्व

यह प्रधानमंत्री मोदी की श्रीलंका की चौथी यात्रा होगी, जो 2015 के बाद हो रही है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो भविष्य में भारत और श्रीलंका के रिश्तों को और मजबूत बनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और दोनों देशों के नागरिकों के बीच बेहतर समझ और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगी।

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