नई दिल्ली, रणजी ट्रॉफी, जो भारत के घरेलू क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है, एक बार फिर अपने रोमांचक मैचों से सुर्खियों में है। इस बार, मुंबई क्रिकेट टीम को विदर्भ के बाएं हाथ के स्पिनर Parth Rekhade ने गहरा झटका दिया है। पार्थ ने अपनी शानदार गेंदबाजी से मुंबई के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को तोड़ते हुए उन्हें संकट में डाल दिया।
रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में मुंबई और विदर्भ के बीच संघर्ष
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नागपुर के विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल मैच में विदर्भ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 383 रन बनाए। दिन की शुरुआत विदर्भ के लिए अच्छी रही, जहां उनके पास पांच विकेट के नुकसान के बाद 308 रन थे। मुंबई ने विदर्भ के बाकी पांच विकेट 75 रन के अंदर गिरा दिए, लेकिन बाद में जब मुंबई को बल्लेबाजी का मौका मिला, तो उनका बल्लेबाजी क्रम विफल हो गया।
Parth Rekhade ने किया कमाल
मुंबई को पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की शुरुआत ठीक नहीं रही। 18 रन पर मुंबई ने अपना पहला विकेट खो दिया, और इसके बाद धीरे-धीरे टीम का बैटिंग ऑर्डर गिरने लगा। लेकिन असल परेशानी तब शुरू हुई जब Parth Rekhade ने गेंदबाजी की। पार्थ ने एक ही ओवर में मुंबई के शीर्ष बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया।
कप्तान अजिंक्य रहाणे 18 रन बनाकर पार्थ की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद पार्थ ने एक ही ओवर में सूर्यकुमार यादव को भी आउट किया, जो खाता भी नहीं खोल पाए। और फिर शिवम दुबे भी बिना खाता खोले पार्थ का शिकार बने। इस तरह, पार्थ ने एक ही ओवर में मुंबई के बैटिंग ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया और चैंपियन टीम के खेमे में हड़कंप मचा दिया।
Parth Rekhade की गेंदबाजी और खेल के प्रति समर्पण
Parth Rekhade का यह प्रदर्शन अपने आप में एक मिसाल है। यह उनकी केवल दूसरी फर्स्ट क्लास मैच था, और इस छोटे से समय में ही उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से खुद को साबित कर दिया है। उनका पहला फर्स्ट क्लास मैच हैदराबाद के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और चार विकेट हासिल किए थे।
विदर्भ के लिए एक असाधारण स्पिनर साबित हुए पार्थ रेखड़े ने अपनी गेंदबाजी के जरिए लिस्ट-ए और टी20 मैचों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने लिस्ट-ए क्रिकेट में आठ मैचों में नौ विकेट और टी20 क्रिकेट में 17 मैचों में 17 विकेट लिए हैं।
नए सितारे के रूप में उभरे Parth Rekhade
Parth Rekhade के बारे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि उन्हें लाल गेंद से गेंदबाजी करने का ज्यादा अनुभव नहीं था। फिर भी, उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से साबित कर दिया कि वह एक उच्च स्तरीय खिलाड़ी हैं। विदर्भ के लिए उनकी यात्रा बहुत प्रेरणादायक रही है और अब वह घरेलू क्रिकेट में एक नए सितारे के रूप में उभर रहे हैं।
मुंबई के लिए एक बड़ा झटका
मुंबई क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी में कई बार खिताब जीते हैं, लेकिन इस मैच में विदर्भ के हाथों उन्हें बड़ा झटका लगा है। पार्थ रेखड़े की कड़ी मेहनत और अद्भुत गेंदबाजी ने मुंबई के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को एक ही ओवर में तोड़ डाला। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुंबई इस मुश्किल स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या कदम उठाती है।