Mukesh Ambani की संपत्ति में आई भारी गिरावट! जानिए क्या हुआ रिलायंस के साथ?
नई दिल्ली, एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति Mukesh Ambani को हाल ही में एक मुश्किल सप्ताह का सामना करना पड़ा, जब उनकी प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। इस गिरावट ने न केवल कंपनी के बाजार पूंजीकरण को प्रभावित किया, बल्कि Mukesh Ambani की निजी संपत्ति पर भी असर डाला। आइए, जानते हैं कि कैसे ये घटनाएँ घटित हुईं और इसका भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी के प्रदर्शन पर क्या प्रभाव पड़ा।
रिलायंस के शेयरों में भारी गिरावट
शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 2.79% की गिरावट आई, और यह ₹1,274.45 पर बंद हुआ। इस गिरावट के चलते कंपनी के बाजार पूंजीकरण में ₹52,031.98 करोड़ की कमी आई। इस नुकसान के बावजूद, रिलायंस अभी भी भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है, जो टीसीएस और एचडीएफसी बैंक से आगे है। यह गिरावट विशेष रूप से रिलायंस के खुदरा और ऊर्जा क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण आई है।
अंबानी की निजी संपत्ति पर असर
जहां कंपनी के बाजार प्रदर्शन में गिरावट आई, वहीं Mukesh Ambani की निजी संपत्ति अब भी मजबूत बनी हुई है। रिलायंस का पेट्रोकेमिकल्स, तेल और गैस, दूरसंचार, खुदरा, मीडिया और वित्तीय सेवाओं जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विविध हित हैं। इन क्षेत्रों में रिलायंस की उपस्थिति सुनिश्चित करती है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी भारत की अर्थव्यवस्था के एक अहम हिस्से के रूप में बनी रहे।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स (BBI) के अनुसार, जुलाई में Mukesh Ambani की संपत्ति 120.8 बिलियन डॉलर थी, जो 13 दिसंबर तक घटकर 96.7 बिलियन डॉलर रह गई। यह गिरावट मुख्य रूप से उनके खुदरा और ऊर्जा क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण आई है।
भारत के दो प्रमुख व्यवसायी
Mukesh Ambani के साथ-साथ भारत के सबसे बड़े व्यवसायी गौतम अडानी भी हाल के समय में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। दोनों ही प्रमुख उद्योगपति ब्लूमबर्ग के 100 अरबपति क्लब से बाहर हो गए हैं। अंबानी की संपत्ति में कमी आने का एक कारण उनके व्यवसायों में असफलताएँ और बाजार में बदलाव हैं। इस प्रकार, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी दोनों ही अब पहले जैसी स्थिति में नहीं हैं, हालांकि उनके विशाल व्यापारिक साम्राज्य और विविधतापूर्ण निवेशों की वजह से वे अभी भी आर्थिक रूप से मजबूत बने हुए हैं।
शीर्ष कंपनियों का बाजार मूल्यांकन
हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण घटा, लेकिन अन्य प्रमुख कंपनियाँ जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, और इंफोसिस ने अच्छा प्रदर्शन किया। पिछले सप्ताह, इन कंपनियों के कुल बाजार मूल्यांकन में ₹1,13,117.17 करोड़ का इजाफा हुआ, जिसमें भारती एयरटेल सबसे आगे रही। इन कंपनियों का प्रदर्शन मजबूत होने के बावजूद रिलायंस के मूल्यांकन में गिरावट आई, जो बाजार में एक दिलचस्प बदलाव को दर्शाता है।
रिलायंस और अन्य कंपनियों का भविष्य
रिलायंस इंडस्ट्रीज का भविष्य अब भी उज्जवल है, क्योंकि इसका व्यापारिक साम्राज्य काफी विविधतापूर्ण है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव से यह प्रभावित हो सकता है, लेकिन इसकी मजबूत स्थिति और विभिन्न क्षेत्रों में निवेश इसे आने वाले समय में नई ऊँचाइयों तक पहुंचा सकता है। वहीं, अन्य कंपनियों की स्थिति भी मजबूत हो रही है, जो दर्शाता है कि भारतीय बाजार में बदलाव के बावजूद व्यापारिक गतिविधियाँ निरंतर बनी हुई हैं।