नई दिल्ली, भारतीय कलाई के स्पिनर Kuldeep Yadav का क्रिकेट करियर लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हाल ही में, उन्होंने वेस्टइंडीज के दिग्गज सुनील नरेन का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने उन्हें लेंथ बॉलिंग का महत्व समझाया और इसने कुलदीप को और भी शक्तिशाली गेंदबाज बनाने में मदद की। कुलदीप ने यह भी बताया कि कैसे सुनील नरेन के साथ खेलते हुए उन्होंने अपनी गेंदबाजी को बेहतर किया और इस अनुभव ने उन्हें क्रिकेट के मैदान पर आत्मविश्वास से भरा।
Kuldeep Yadav का सुनील नरेन से जुड़ाव
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Kuldeep Yadav और सुनील नरेन का क्रिकेट करियर काफी समय तक कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) में साथ में रहा। इस दौरान, कुलदीप ने नरेन से बहुत कुछ सीखा। नरेन, जो कि आईपीएल के सबसे प्रभावशाली और कुशल स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं, ने कुलदीप को लेंथ बॉलिंग की महत्ता समझाई। कुलदीप ने एक इंटरव्यू में बताया कि पहले उन्हें लगता था कि केवल अपनी कलाई की कला पर भरोसा करके वे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन नरेन ने उन्हें यह समझाया कि लेंथ बॉलिंग भी उतनी ही जरूरी है।
चोट से वापसी और लेंथ बॉलिंग का महत्व
Kuldeep Yadav ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिसमें चोटों से उबरना भी शामिल है। जब उन्होंने चोट से वापसी की, तो उनका ध्यान सबसे पहले अपनी गेंदबाजी की लेंथ पर गया। कुलदीप का कहना है कि यह बदलाव उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ। “चोट से वापसी के बाद से, मैंने अपनी लंबाई पर बहुत ध्यान दिया है, और इससे काफी फर्क पड़ा है,” कुलदीप ने कहा। उनके अनुसार, यह बदलाव उन्हें और भी प्रभावी और सटीक गेंदबाज बना चुका है।
IPL में चुनौतीपूर्ण माहौल
Kuldeep Yadav ने आईपीएल के बारे में भी बात की और बताया कि यह टूर्नामेंट गेंदबाजों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। आईपीएल में विश्व स्तर के बल्लेबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करना और उन्हें रोक पाना आसान नहीं होता। कुलदीप का मानना है कि आईपीएल में अच्छा इकॉनमी रेट बनाए रखना बहुत मुश्किल है, क्योंकि यहां हर मैच में दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों का सामना करना पड़ता है। “आईपीएल गेंदबाजों के लिए बहुत मुश्किल है – यह काफ़ी प्रतिस्पर्धी है,” कुलदीप ने कहा।
अक्षर पटेल के साथ बेहतरीन साझेदारी
अब Kuldeep Yadav दिल्ली कैपिटल्स में अक्षर पटेल के साथ गेंदबाजी साझेदारी बना रहे हैं। दोनों की जोड़ी ने टीम को काफी मजबूती दी है और दोनों की गेंदबाजी रणनीतियां एक दूसरे को अच्छे से सपोर्ट करती हैं। कुलदीप ने बताया कि उनका और अक्षर का रिश्ता बहुत पुराना है। दोनों खिलाड़ी अंडर-17 से ही साथ खेल रहे हैं, और उनकी समझ बहुत सहज और गहरी है। “हमारी गेंदबाजी साझेदारी हमेशा सरल रही है। मैं हमेशा आक्रामक गेंदबाज रहा हूं, जबकि अक्षर नियंत्रण प्रदान करता है,” कुलदीप ने कहा।