Kisan Diwas Farmers Day 2024: गोबरधन योजना से लेकर एथेनॉल ब्लेंडिंग तक, कैसे बदल रहा है ग्रामीण भारत?

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Kisan Diwas Farmers Day 2024: नई दिल्ली, भारत हर साल 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाता है। यह दिन किसानों के अथक प्रयासों और उनके अमूल्य योगदान को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। इसके साथ ही, यह दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती का प्रतीक भी है, जो ग्रामीण मुद्दों और किसानों की बेहतरी के लिए लगातार काम करते रहे।

चौधरी चरण सिंह: किसानों के सच्चे हितैषी

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चौधरी चरण सिंह का जन्म 1902 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक साधारण जाट परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में किसानों के अधिकारों और ग्रामीण भारत के विकास के लिए आवाज उठाई। कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद, उन्होंने उत्तर भारत में कांग्रेस-विरोधी राजनीति का नेतृत्व किया। 2024 में उनकी सार्वजनिक सेवा को सम्मान देते हुए उन्हें भारत रत्न से नवाज़ा गया।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें “गरीबों और किसानों के सच्चे शुभचिंतक” कहा। उन्होंने बताया कि चौधरी साहब का यह मानना था कि जब तक ग्रामीण भारत मजबूत नहीं होगा, तब तक देश प्रगति नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियां ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर पैदा कर रही हैं।

बायोगैस प्लांट और गोबरधन योजना

कृषि क्षेत्र में गोबरधन योजना एक बड़ी पहल साबित हुई है। इस योजना के तहत देश में सैकड़ों बायोगैस प्लांट बनाए गए हैं। इनसे न केवल बिजली का उत्पादन हो रहा है, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है।

ई-नाम योजना: नई तकनीक से नई राहें

किसानों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए ई-नाम योजना के तहत सैकड़ों कृषि मंडियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है। इस पहल ने ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोल दिए हैं और किसानों को अपनी फसल का सही मूल्य प्राप्त करने में मदद की है।

एथेनॉल ब्लेंडिंग और रोजगार

प्रधानमंत्री ने बताया कि एथेनॉल ब्लेंडिंग को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के फैसले से न केवल पर्यावरण को लाभ हुआ है, बल्कि चीनी उद्योग में रोजगार के कई अवसर भी पैदा हुए हैं।

खाद्य भंडारण और बीमा सुरक्षा

सरकार देशभर में खाद्य भंडारण के लिए बड़े पैमाने पर गोदाम बना रही है। इस प्रयास से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ा है, बल्कि किसानों को उनकी फसल सुरक्षित रखने की सुविधा भी मिली है। इसके अलावा, बीमा सखी योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा सुरक्षा के प्रति जागरूकता और रोजगार में इजाफा हुआ है।

चौधरी चरण सिंह की विरासत

चौधरी चरण सिंह का जीवन और उनकी नीतियां आज भी किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके पोते जयंत चौधरी वर्तमान में भाजपा सरकार में मंत्री हैं और उनके आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं।

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