क्या Imran Khan की राजनीति खत्म? जेल से बड़ी साजिश का खुलासा
नई दिल्ली, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री Imran Khan और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के ऐतिहासिक मामले में दोषी ठहराया गया है। शुक्रवार को इस्लामाबाद के पास जेल में लगी भ्रष्टाचार विरोधी अदालत ने इस मामले में सजा सुनाई। Imran Khan को 14 साल की और बुशरा बीबी को 7 साल की जेल की सजा दी गई है।
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट मामला?
यह मामला अल-कादिर ट्रस्ट नामक एक कल्याणकारी संस्था से जुड़ा है, जिसे Imran Khan और उनकी पत्नी ने मिलकर स्थापित किया था। अदालत ने पाया कि इस ट्रस्ट के माध्यम से घोटाले किए गए और सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ। न्यायाधीश नासिर जावेद राणा ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने अपना मामला मजबूती से साबित किया है।
Imran Khan का पक्ष और राजनीतिक आरोप
Imran Khan का कहना है कि उनके खिलाफ दर्ज सभी मामले राजनीति से प्रेरित हैं। वे इसे सत्ता में वापस आने से रोकने की साजिश करार दे रहे हैं। खान ने कोर्ट में कहा, “मैं न तो कोई समझौता करूंगा और न ही कोई राहत मांगूंगा।”
उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का दावा है कि यह सजा उन्हें चुप कराने और दबाव बनाने के लिए दी गई है। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने भी पहले उनकी हिरासत को गैरकानूनी बताया था और इसे राजनीति से प्रेरित कहा था।
सेना और Imran Khan के बीच तनाव
Imran Khan ने सत्ता से बेदखल होने के बाद पाकिस्तान की सेना के खिलाफ खुलकर अभियान चलाया। यह पहली बार था जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री ने देश के शक्तिशाली सैन्य जनरलों की इतनी खुले तौर पर आलोचना की। विशेषज्ञों का कहना है कि सेना और इमरान खान के बीच तनाव के कारण ही उन्हें इस तरह की सजा दी गई है।
बुशरा बीबी की गिरफ्तारी
बुशरा बीबी को अदालत में ही गिरफ्तार कर लिया गया। वे पहले जमानत पर रिहा थीं, लेकिन अब सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। उनकी प्रवक्ता मशाल यूसुफजई ने इस बात की पुष्टि की।
राजनीति में वापसी की उम्मीद?
फरवरी 2024 के चुनावों में Imran Khan को खड़ा होने से रोक दिया गया था। उनकी पार्टी पीटीआई ने सर्वेक्षण में अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन अन्य दलों के गठबंधन ने सत्ता अपने हाथों में ले ली। अब सवाल यह है कि क्या Imran Khan राजनीति में वापसी कर पाएंगे या यह सजा उनकी राजनीतिक पारी का अंत साबित होगी।