India Women vs Australia Women: नई दिल्ली, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बहुप्रतीक्षित वनडे सीरीज की शुरुआत 5 दिसंबर को ब्रिसबेन के एलन बॉर्डर फील्ड में हुई। इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि, यह निर्णय भारत के लिए गलत साबित हुआ, और पूरी टीम मात्र 34.2 ओवर में 100 रन के मामूली स्कोर पर सिमट गई।
भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष जारी
भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के अनुशासित आक्रमण के सामने संघर्ष करते नजर आए। टीम की ओर से जेमिमा रोड्रिग्स ने सबसे ज्यादा 23 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। कप्तान हरमनप्रीत कौर और हरलीन देओल ने कुछ देर टिकने की कोशिश की, लेकिन उनका प्रयास टीम को मुश्किल से उबारने में नाकाफी रहा।
मेगन शुट्ट का कहर और किम गार्थ का समर्थन
ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाज मेगन शुट्ट ने कमाल का प्रदर्शन किया और 5 विकेट झटककर भारतीय बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया। उनकी स्विंग और मूवमेंट से भारतीय बल्लेबाज असहज नजर आए। शुट्ट को नई गेंद से किम गार्थ का अच्छा समर्थन मिला। गार्थ ने शुरुआती ओवरों में दबाव बनाकर शुट्ट को भारत की कमजोरियों का फायदा उठाने का मौका दिया।
फोबे लिचफील्ड का अविश्वसनीय कैच
गेंदबाजी के अलावा, ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग भी बेहतरीन रही। इस दौरान फोबे लिचफील्ड ने एक ऐसा शानदार कैच लिया, जिसने सबका ध्यान खींचा। सायमा ठाकोर ने गेंद को कवर क्षेत्र की ओर खेला, लेकिन लिचफील्ड ने अपनी एथलेटिक क्षमता का परिचय देते हुए डाइव लगाकर गेंद को लपक लिया। यह कैच खेल का सबसे यादगार पल बन गया और ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग के स्तर को उजागर किया।
भारतीय बल्लेबाजी क्रम का पतन
भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरी ने टीम की मुश्किलें बढ़ा दीं। अंतिम 5 विकेट मात्र 11 रन के भीतर गिर गए, जिससे टीम का स्कोर बेहद निराशाजनक रहा। हरलीन देओल और कप्तान हरमनप्रीत ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन एनाबेल सदरलैंड और मेगन शुट्ट की गेंदबाजी ने उनके प्रयासों को बेअसर कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी ताकत साबित की
ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में हर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखा। मेगन शुट्ट ने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े दर्ज किए और भारतीय बल्लेबाजों को जमने का मौका नहीं दिया। उनकी सटीक गेंदबाजी ने न केवल शुरुआती सफलता दिलाई, बल्कि भारतीय पारी को समेटने का काम भी किया।
क्या भारत कर पाएगा वापसी?
इस हार के बाद भारतीय टीम पर दबाव बढ़ गया है। आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन के लिए टीम को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना होगा। गेंदबाजों ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन बल्लेबाजों को जिम्मेदारी उठानी होगी।