India Post Payment Bank: महिलाओं के लिए आईपीपीबी का नया तोहफा! 59% खाते अब महिलाओं के नाम

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नई दिल्ली, भारत में डिजिटल बैंकिंग का दायरा लगातार बढ़ रहा है, और इसमें India Post Payment Bank (आईपीपीबी) की भूमिका अहम है। हाल ही में सरकार ने आईपीपीबी के 2024 तक के आंकड़े साझा किए, जिनके अनुसार इस बैंक ने 2.68 करोड़ नए खाते खोले हैं। इनमें से एक बड़ा हिस्सा महिलाओं और ग्रामीण क्षेत्रों से है, जो इस डिजिटल बैंकिंग की ओर बढ़ते कदमों को और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है।

महिलाओं और ग्रामीण इलाकों में प्रमुख योगदान

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India Post Payment Bank की सफलता का एक बड़ा कारण महिलाओं और ग्रामीण इलाकों में इसके द्वारा किए गए कार्य हैं। रिपोर्ट के अनुसार, आईपीपीबी ने 2.68 करोड़ खाते खोले, जिनमें से 59 प्रतिशत यानी 1.56 करोड़ खाते महिलाओं के हैं। इसके साथ ही, 77 प्रतिशत खाते ग्रामीण इलाकों में खोले गए हैं, जो बैंक की सेवाओं का ग्रामीण भारत में विस्तार को दर्शाता है। यह महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम है।

डिजिटल सेवाओं का बढ़ता उपयोग

India Post Payment Bank के ग्राहकों द्वारा डिजिटल सेवाओं का इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ा है। जनवरी से नवंबर 2024 तक 1.04 करोड़ ग्राहकों ने मोबाइल बैंकिंग सेवाओं का लाभ लिया, वहीं 69 लाख ग्राहकों ने वर्चुअल डेबिट कार्ड (VDC) का उपयोग किया। इसके अलावा, लगभग 2,600 करोड़ रुपये आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AEPS) के माध्यम से वितरित किए गए, जिससे लोगों को समय पर और सुरक्षित तरीके से सरकारी लाभ प्राप्त हो सके।

प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) का प्रभाव

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India Post Payment Bank ने देशभर में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 34,950 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया। इसमें लगभग 58 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं थीं, जो बैंक के महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को और मजबूत बनाता है। इसके अलावा, पेंशनभोगियों को 4.40 लाख डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी किए गए, जिससे डिजिटल पहचान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

पार्सल मॉनिटरिंग और डिलीवरी में सुधार

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India Post Payment Bank ने पार्सल डिलीवरी के क्षेत्र में भी नवाचार किए हैं। पार्सल मॉनिटरिंग एप्लीकेशन (PMA) के जरिए वास्तविक समय पर डिलीवरी की जानकारी प्रदान की जा रही है। मई 2019 में जहां यह संख्या 4.33 लाख थी, वहीं अक्टूबर 2024 में यह बढ़कर 5.35 करोड़ हो गई। इसके अलावा, 42 प्रमुख मेल एक्सचेंज हब पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) गेट लगाए गए हैं, जो पार्सल डिलीवरी को और तेज और सटीक बनाते हैं।

नई सेवाओं और केंद्रों का विस्तार

सरकार ने भारत के विभिन्न हिस्सों में डाक सेवाओं का विस्तार किया है। 1,000 से अधिक डाक घर निर्यात केंद्र (DNK) खोले गए हैं, जिससे वाणिज्यिक निर्यात को सुगम बनाया गया है। इसके अलावा, 56 नए डाक भवनों का निर्माण और 95 पुराने भवनों का नवीनीकरण किया गया है, जिससे सेवा वितरण में सुधार हुआ है।

रोज़गार मेले का आयोजन

इंडिया पोस्ट ने अपने नेटवर्क के माध्यम से रोजगार के अवसर भी बढ़ाए हैं। 29 अक्टूबर को आयोजित रोज़गार मेले में 25,133 व्यक्तियों को शामिल किया गया। यह पहल न केवल रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रही है।

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