नई दिल्ली, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच गॉल में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में विकेटकीपर-बल्लेबाज Alex Carey ने शानदार शतक लगाकर टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला। इस पारी के साथ ही उन्होंने 21 साल पुराना सूखा खत्म कर दिया। कैरी 2004 के बाद श्रीलंका में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बन गए हैं। इससे पहले यह कारनामा दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट ने किया था।
ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत के बाद संभाली पारी
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गॉल टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जब अपनी पहली पारी शुरू की, तो शुरुआत अच्छी नहीं रही। 91 रन के स्कोर तक टीम ने अपने 3 महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे और टीम दबाव में थी। ऐसे में कप्तान ने विकेटकीपर Alex Carey को नंबर 5 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 111 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
Alex Carey ने स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर न सिर्फ पारी को संभाला बल्कि तेजी से रन भी बनाए। उनकी इस शानदार पारी ने ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया और पहली पारी में बढ़त लेने में मदद की।
करियर में पहली बार नंबर 5 पर बल्लेबाजी
Alex Carey को आमतौर पर नंबर 6 या 7 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता था। लेकिन इस बार उन्हें ट्रेविस हेड की गैरमौजूदगी में पहली बार नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला। उन्होंने इस जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाया और दिखा दिया कि वे किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
उनकी बल्लेबाजी शैली ने यह साबित किया कि वह न सिर्फ एक शानदार विकेटकीपर हैं, बल्कि एक भरोसेमंद बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने पहले संभलकर खेला और फिर तेजी से रन बनाना शुरू किया।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत स्थिति
पहले टेस्ट में जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया इस मैच में भी शानदार स्थिति में है। खबर लिखे जाने तक ऑस्ट्रेलिया ने 76 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 316 रन बना लिए थे और 59 रनों की बढ़त ले ली थी। Alex Carey 128 रन बनाकर और स्टीव स्मिथ 117 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे।
Alex Carey की यह टेस्ट करियर की दूसरी सेंचुरी थी, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनकी इस पारी ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है और टीम अब मैच जीतने के और करीब नजर आ रही है।
Alex Carey की ऐतिहासिक पारी
- 21 साल बाद श्रीलंका में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बने।
- 111 गेंदों में शतक पूरा किया, यह उनके करियर का दूसरा टेस्ट शतक था।
- स्टीव स्मिथ के साथ शानदार साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
- पहली बार नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने उतरे और अपनी काबिलियत साबित की।