Haridwar: सोमवती स्नान पर्व के दौरान यातायात डायवर्जन! क्या आप जानते हैं यह नया प्लान?
नई दिल्ली, हर साल की तरह, इस वर्ष भी Haridwar हरकी पौड़ी पर होने वाले सोमवती स्नान पर्व के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक चौबंद सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएं बनाई हैं। यह पर्व 2024 के अंतिम सोमवती सोमवार को 1 जनवरी को मनाया जाएगा, और इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरकी पौड़ी पहुंचेंगे। इस महापर्व के लिए सुरक्षा व्यवस्था और यातायात की योजना को लेकर पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी की है।
स्नान पर्व के लिए यातायात प्लान
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सोमवती स्नान पर्व के लिए पुलिस प्रशासन ने रविवार रात 12 बजे से लेकर स्नान समाप्त होने तक विशेष यातायात प्लान लागू किया है। चंडी चौक से लेकर वाल्मीकि चौक और शिवमूर्ति चौक तक के रास्तों को एक “जीरो जोन” घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और ट्रैफिक प्रशासन की टीमों को तैनात किया जाएगा, ताकि कोई भी यात्री परेशान न हो और पर्व के दौरान यातायात व्यवस्था सही रहे।
पार्किंग की विशेष व्यवस्था
विभिन्न स्थानों से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की विशेष व्यवस्था की गई है। दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले वाहन विशिष्ट मार्गों से होते हुए अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप, चमगादड़ टापू में पार्क होंगे। अगर पार्किंग स्थानों पर अधिक भीड़ होती है, तो वाहनों को बैरागी कैंप पार्किंग में भेजा जाएगा।
अतिरिक्त दबाव के दौरान पार्किंग स्थलों का विस्तार
अगर पार्किंग में अधिक दबाव बढ़ता है, तो वाहनों को बैरागी कैंप पार्किंग भेजने की योजना बनाई गई है। यह सुनिश्चित करेगा कि ज्यादा वाहनों के कारण कोई व्यवधान न हो। पंजाब और हरियाणा से आने वाले श्रद्धालु भी अपने वाहन बैरागी कैंप पार्किंग में छोड़ सकेंगे। वहीं, नजीबाबाद से स्नान के लिए आने वाले छोटे वाहन भी अलग-अलग मार्गों से होते हुए पार्क किए जाएंगे।
यातायात डायवर्जन और रूट परिवर्तन
इस दौरान यातायात में सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ प्रमुख मार्गों पर डायवर्जन लागू किया जाएगा। देहरादून और ऋषिकेश से आने वाले ऑटो और विक्रम को जयराम मोड़ से यू-टर्न लेकर वापस भेजा जाएगा। इसके अलावा, ज्वालापुर से आने वाले वाहन शिव मूर्ति तिराहा, तुलसी चौक और देवपुरा तिराहे से वापस भेजे जाएंगे।
विशेष व्यवस्थाएं
सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए, पुलिस और प्रशासन ने सभी संभावित घटनाओं से निपटने के लिए अतिरिक्त सावधानियां बरती हैं। स्नान पर्व के आयोजन में हर किसी की सुरक्षा और संतुलित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समर्पित अधिकारियों की टीमें तैनात की गई हैं। इसके साथ ही, यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी रखी जाएगी।