Gukesh Chess: 16.45 करोड़ रुपये की इनामी राशि के साथ डी गुकेश ने जीती शतरंज चैंपियनशिप!
Gukesh Chess: नई दिल्ली, भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश ने 12 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में आयोजित विश्व शतरंज चैंपियनशिप में चीन के डिंग लीरेन को हराकर इतिहास रच दिया। इस शानदार जीत के साथ ही गुकेश ने सबसे युवा शतरंज विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। उनके इस असाधारण प्रदर्शन ने न केवल भारत का नाम रोशन किया, बल्कि शतरंज की दुनिया में एक नई मिसाल भी पेश की।
विश्व शतरंज चैंपियनशिप में जीत का जश्न
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डी गुकेश ने सिंगापुर में डिंग लीरेन को हराकर इस प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम किया। गुकेश की यह जीत उनकी कड़ी मेहनत और शतरंज के प्रति उनके समर्पण का परिणाम है। 18 साल के गुकेश ने अपने बेहतरीन खेल और रणनीति से दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों को प्रभावित किया। उनकी यह उपलब्धि भारत के लिए एक बड़ी गर्व की बात है, क्योंकि वे विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज की इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप को जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं।
पुरस्कार राशि और राज्य सरकार द्वारा इनाम
गुकेश की इस ऐतिहासिक जीत के बाद उन्हें पुरस्कार राशि के रूप में 11.45 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा, तमिलनाडु सरकार ने भी उनकी इस सफलता का सम्मान करते हुए उन्हें 5 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया। इस तरह, कुल मिलाकर उन्हें 16.45 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई, जो उनकी सफलता के अनुपात में एक बड़ी राशि है।
टैक्स पर मिली छूट, पूरी पुरस्कार राशि मिलेगी
भारत के टैक्स नियमों के अनुसार, गुकेश को अपनी पुरस्कार राशि पर 42.5 फीसदी टैक्स देना पड़ता, जिसके चलते उन्हें करीब 6.23 करोड़ रुपये टैक्स के तौर पर चुकाने होते। लेकिन मोदी सरकार के वित्त मंत्रालय ने उनकी इस उपलब्धि को सराहा और उनकी पुरस्कार राशि पर टैक्स में छूट देने का ऐलान किया। इसके बाद अब गुकेश को अपनी पूरी पुरस्कार राशि मिलेगी, जिससे उनकी खुशी और भी बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
गुकेश की चैंपियनशिप जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और उनके शानदार प्रदर्शन की सराहना की। इसके साथ ही अन्य कई प्रमुख शख्सियतों ने भी गुकेश को इस ऐतिहासिक सफलता पर शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुकेश की यह जीत न केवल शतरंज के खेल को बढ़ावा देगी, बल्कि भारतीय युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगी।
परिवार और कोच को दिया श्रेय
गुकेश ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार और कोच को दिया। उन्होंने खुशी के इस मौके पर अपने पिता और कोच को गले लगाकर धन्यवाद दिया और उन्हें अपनी सफलता का हिस्सा बताया। गुकेश की कड़ी मेहनत और अपने कोच के मार्गदर्शन ने उन्हें यह सफलता दिलाई है।